बिहार के मुखिया नीतीश कुमार पत्रकार से भयभीत होकर कोसों दूरी बनाऐ
राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर,बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) । बिहार में सृजन योजना से भी बड़ा घोटाले की संभावना जल जीवन हरियाली योजना में होने की आशंका व्यक्त किया जा रहा है । समस्तीपुर जिले के ताजपुर प्रखंड में विगत दिनों बिहार के मुखिया नीतीश कुमार पहुंचे । जहां जल जीवन हरियाली योजनाओं के नाम पर कई महत्वपूर्ण योजनाओं का मुआयना किया और साथ ही उपस्थित लोगों को लगभग 20 मिनट तक संबोधित किया । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कार्यक्रम के दरमियान पत्रकारोंं से दूरी बनाए रखने का काम किया । जिससे लगता है की उन्हें पत्रकारों से भय व्याप्त हो गया है । जल जीवन हरियाली कार्यक्रम में अधिकारियों और अपने चहेतों के बीच घीरे देखे गये । चर्चा तो यहां तक हो रहा है कि बिहार के मुखिया नीतीश कुमार सृजन घोटाले से भी बड़ा घोटाले करने की तैयारी कर जल जीवन हरियाली योजना के तहत आगामी चुनाव 2020 के लिए चुनावी फंड के लिए यह कार्यक्रम निर्धारित कर कार्य योजन को मूर्त रूप दिया जा रहा है, ऐसा ही लगता है । इधर सौन्दर्यीकरण के लिए पार्क में बनाए गए सड़क उद्घाटन के बाद ही दम तोड़ने लगा है । इस कार्यक्रम पर कितने रुपए खर्च हुए हैं इसकी सामाजिक अंकेक्षण कराने से यह स्पष्ट हो जाएगा कि मुख्यमंत्री के आगमन से लेकर पिछले 20 दिनों से जिले के अधिकारियों का दौरा पर कितने खर्च हुआ है । ऐ जांच का विषय बनता जा रहा है।दूसरी ओर इस योजना के तहत दलित - महादलितओं को मिले इंदिरा आवास से बेघर करने के अलावा कोई महत्वपूर्ण कार्य नहीं नजर नहीं आ रहा है। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की हालत सांप छछूंदर वाली हो गई है । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सत्ता में आने के बाद पहली बार मुख्यमंत्री के आगमन पर जिला प्रशासन ने किसी भी अखबार के पत्रकारों को आने और जाने या जिले में किसी भी प्रोग्राम होने की सूचना नहीं दिए जाने की जिले के पत्रकारों ने कड़ी निंदा की है । चर्चा यह भी है कि जिले में हो रहे विकास कार्यों में भारी लूट खसोट एवं अपराधिक घटनाओं को लेकर पत्रकारों द्वारा मुख्यमंत्री से कोई प्रश्न नहीं कर सके इसलिए कार्यक्रम स्थल से 1 किलोमीटर पहले ही रोक दिए जाने के भी कड़ी निंदा की गई है । मुख्यमंत्री के प्रोग्राम में चुनिन्दा लोगों के साथ ही पार्टी के नेताओं के इशारे पर ही जिला प्रशासन द्वारा कार्यक्रम में प्रवेश पत्र पत्रकारों को निर्गत नहीं किए जाने की सूचना है । मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से लौटने के बाद कई वरिष्ठ अधिकारियों की जान में जान आई । मुख्यमंत्री इसलिए भयभीत देखे गए क्योंकि हाल में आए संसद में बिल पर समर्थन करने से जनता के आक्रोश झेलना नहीं पर जाऐ और पत्रकारों द्वारा प्रश्न न पुछ दिया जाऐ । इस कारण से मुख्यमंत्री के प्रोग्राम में पत्रकारों की मौजूदगी नहीं हो को लेकर ही शायद जिला सूचना एंव जनसंपर्क पदाधिकारी या जिलाधिकारी द्वारा पत्रकारों को दूर रखा गया। जिससे स्पष्ट हो जाता है कि कहीं बिहार के मुखिया पत्रकारों से भयभीत तो नहीं है । ऐ चर्चा का विषय बन गया है । समस्त्तीपुर से राजेश कुमार वर्मा