रोहित कुमार सोनू
अपने देश की परेशानियों पर आंखें बंद कर बैठे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री जनाब इमरान खान ने भारत के नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने भारत सरकार के इस फैसले को दुनिया में आने वाले संकट की वजह बताया है। उन्होंने कहा कि इस कानून के कारण लाखों मुस्लिमों को भारत छोड़ना पड़ेगा और यह इस प्रकार की शरणार्थी समस्या होगी जिसके आगे दुनिया की सारी समस्याएं छोटी लगेंगी।
स्विटजरलैंड के जेनेवा में आयोजित 'ग्लोबल फॉरम ऑफ रेफ्यूजी' में कहा कि वर्तमान में भारत में एक नागरिकता कानून को लागू किया गया है, जिसकी वजह से भारत के लाखों मुसलमान को देश छोड़ने पर मजबूर होना पड़ेगा, इससे एक ऐसा शरणार्थी संकट पैदा होगा, जिसके आगे दुनिया के अन्य संकट छोटे लगेंगे। उन्होंने कहा कि इस शरणार्थी संकट की वजह से दक्षिण एशिया के दो परमाणु संपन्न देशों के बीच विवाद भी हो सकता है। इस मुद्दे को लेकर दूसरे देशों से आग्रह करते हुए इमरान ने कहा कि पाकिस्तान विवादित कश्मीर में भारत द्वारा लगाए गए कर्फ्यू के मद्देनजर भारत से आने वाले अधिक शरणार्थियों को स्थान नहीं देगा।
पीएम मोदी ने पिछले दिनों नागरिकता संशोधन कानून को लागू करने के फैसले को सही करार दिया है। बता दें कि इस कानून के तहत भारत के तीन मुस्लमान आबादी वाले देशों, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आने वाले गैर-मुसलमान शरणार्थियों को भारत की नागरिकता मिल सकेगी। हिंदूओं, सिखों, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदाय के ऐसे लोग जिन्हें धर्म की वजह से मुश्किलें झेलने को मजबूर होना पड़ता है उन्हें नागरिकता मिलेगी। नए नियम के बाद भारत में छह साल तक भारत में रहने वाले शरणार्थी कानूनी तौर पर भारत की नागरिकता हासिल कर सकेंगे।
अपने देश की परेशानियों पर आंखें बंद कर बैठे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री जनाब इमरान खान ने भारत के नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने भारत सरकार के इस फैसले को दुनिया में आने वाले संकट की वजह बताया है। उन्होंने कहा कि इस कानून के कारण लाखों मुस्लिमों को भारत छोड़ना पड़ेगा और यह इस प्रकार की शरणार्थी समस्या होगी जिसके आगे दुनिया की सारी समस्याएं छोटी लगेंगी।
स्विटजरलैंड के जेनेवा में आयोजित 'ग्लोबल फॉरम ऑफ रेफ्यूजी' में कहा कि वर्तमान में भारत में एक नागरिकता कानून को लागू किया गया है, जिसकी वजह से भारत के लाखों मुसलमान को देश छोड़ने पर मजबूर होना पड़ेगा, इससे एक ऐसा शरणार्थी संकट पैदा होगा, जिसके आगे दुनिया के अन्य संकट छोटे लगेंगे। उन्होंने कहा कि इस शरणार्थी संकट की वजह से दक्षिण एशिया के दो परमाणु संपन्न देशों के बीच विवाद भी हो सकता है। इस मुद्दे को लेकर दूसरे देशों से आग्रह करते हुए इमरान ने कहा कि पाकिस्तान विवादित कश्मीर में भारत द्वारा लगाए गए कर्फ्यू के मद्देनजर भारत से आने वाले अधिक शरणार्थियों को स्थान नहीं देगा।
पीएम मोदी ने पिछले दिनों नागरिकता संशोधन कानून को लागू करने के फैसले को सही करार दिया है। बता दें कि इस कानून के तहत भारत के तीन मुस्लमान आबादी वाले देशों, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आने वाले गैर-मुसलमान शरणार्थियों को भारत की नागरिकता मिल सकेगी। हिंदूओं, सिखों, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदाय के ऐसे लोग जिन्हें धर्म की वजह से मुश्किलें झेलने को मजबूर होना पड़ता है उन्हें नागरिकता मिलेगी। नए नियम के बाद भारत में छह साल तक भारत में रहने वाले शरणार्थी कानूनी तौर पर भारत की नागरिकता हासिल कर सकेंगे।