राजेश कुमार वर्मा संग अब्दुल कादिर
ताजपुर /मोरवा /समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) एक और जहां इंसानियत शर्मसार हो रही है, वहीं स्थानीय सूर्यपुर गांव के नौजवानों ने मानवता की मिसाल कायम की है। मनुष्य की कौन कहे 25 फीट नीचे बोरवेल में गिरकर तीन दिनों से जीवन और मौत से जूझ रहे एक कुत्ते के बच्चे को दो दिनों की मेहनत के बाद सोमवार को एक बजे रात में उसे निकालकर जीवनदान दिया है। एक कुत्ता का बच्चा चार दिन पूर्व नल जल योजना के लिए गाड़े गए समरसेबल के बोरवेल में एक कुत्ता का बच्चा गिर गया था।बगल से गुजरने वाले नौजवानों ने नीचे से कुत्ते के बच्चे की आवाज सुने। इसे सुनते हैं गांव के दर्जनों नौजवानों ने कुदाल, खुरपी और टोकरे को लेकर बोरवेल के बगल में चौड़ा और गहरा गड्ढा खोदना शुरू किया। दो दिनों की मेहनत के बाद सोमवार की एक बजे रात के बाद नीचे से कुत्ते के बच्चे को निकाल कर उसकी जान बचा ली। आज लोग जहां नौजवानों को शिष्टाचार हीन बताकर उनकी निंदा करते रहते हैं।वही सूरजपुर के नौजवानों द्वारा एक अदने से कुत्ते के बच्चे को दो दिनों की मेहनत से 25 फीट नीचे गड्ढा खोदकर जान बचा कर मानवता का परिचय देने के कारण क्षेत्र के लोग भूरि भूरि प्रशंसा एवं सराहना कर रहे हैं। अब्दुल कादिर की रिपोर्टिंग को समस्त्तीपुर से राजेश कुमार वर्मा द्वारा प्रकाशित ।