विमल किशोर सिंह
सीतामढ़ी/रीगा के पूर्व सीएचसी प्रभारी एवं रीगा के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉक्टर शिव शंकर प्रसाद का आकस्मिक निधन बुधवार के रोज सुबह लगभग 6:30 बजे पटना जाने के दौरान हो गई।डॉक्टर प्रसाद पूर्वी चम्पारण जिले के घोड़ासहन प्रखंड के पुरनहिया कोठी गांव के रहने वाले थे। सन् 1994 में रीगा सीएचसी प्रभारी के रूप में योगदान दिया उनके पिता स्वर्गीय काली प्रसाद उच्च विद्यालय में प्रधानाध्यापक थे।चार लड़की की शादी रीगा से ही कर चुके हैं।एक दामाद डॉक्टर नवल किशोर चौधरी कैमूर के जिला समाहर्ता के पद पर कार्यरत हैं।डॉक्टर प्रसाद का एक मात्र पुत्र काठमांडू में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है।डॉक्टर प्रसाद 2015 से सरकारी से वीआरएस ले चुके थे।मंगलवार की रात्रि दस बजे तक रोगी देखने के बाद आराम करने चले गए ।देर रात्रि उनकी तबीयत अचानक खराब होने लगी तब उन्हें सीतामढ़ी ले जाया गया जहां से बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया रास्ते में उनकी मौत हो गई।उनका शव क्लिनिक पर जैसे ही पहूंचा लोग उनकी अंतिम दर्शन के लिए बेचैन हो गए हजारों लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।उनका अंतिम संस्कार पैतृक गांव घोड़ासहन स्थित पुरनहिया गांव में होगा।श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में सीएचसी प्रभारी डॉक्टर धनंजय कुमार, डॉक्टर मारकण्डेय राय, डॉक्टर आर के सिंह, डॉक्टर सुरेश राम, डॉक्टर राम किशोर सिंह सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश कुमार, विजय पासवान, दीपलाल पासवान, सरपंच धनंजय कुमार सिंह, शिक्षक संघ के सचिव प्रेम प्रकाश मंडल, राम कृपाल ठाकुर, नरेन्द्र सिंह आदि लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की*।
सीतामढ़ी/रीगा के पूर्व सीएचसी प्रभारी एवं रीगा के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉक्टर शिव शंकर प्रसाद का आकस्मिक निधन बुधवार के रोज सुबह लगभग 6:30 बजे पटना जाने के दौरान हो गई।डॉक्टर प्रसाद पूर्वी चम्पारण जिले के घोड़ासहन प्रखंड के पुरनहिया कोठी गांव के रहने वाले थे। सन् 1994 में रीगा सीएचसी प्रभारी के रूप में योगदान दिया उनके पिता स्वर्गीय काली प्रसाद उच्च विद्यालय में प्रधानाध्यापक थे।चार लड़की की शादी रीगा से ही कर चुके हैं।एक दामाद डॉक्टर नवल किशोर चौधरी कैमूर के जिला समाहर्ता के पद पर कार्यरत हैं।डॉक्टर प्रसाद का एक मात्र पुत्र काठमांडू में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है।डॉक्टर प्रसाद 2015 से सरकारी से वीआरएस ले चुके थे।मंगलवार की रात्रि दस बजे तक रोगी देखने के बाद आराम करने चले गए ।देर रात्रि उनकी तबीयत अचानक खराब होने लगी तब उन्हें सीतामढ़ी ले जाया गया जहां से बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया रास्ते में उनकी मौत हो गई।उनका शव क्लिनिक पर जैसे ही पहूंचा लोग उनकी अंतिम दर्शन के लिए बेचैन हो गए हजारों लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।उनका अंतिम संस्कार पैतृक गांव घोड़ासहन स्थित पुरनहिया गांव में होगा।श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में सीएचसी प्रभारी डॉक्टर धनंजय कुमार, डॉक्टर मारकण्डेय राय, डॉक्टर आर के सिंह, डॉक्टर सुरेश राम, डॉक्टर राम किशोर सिंह सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश कुमार, विजय पासवान, दीपलाल पासवान, सरपंच धनंजय कुमार सिंह, शिक्षक संघ के सचिव प्रेम प्रकाश मंडल, राम कृपाल ठाकुर, नरेन्द्र सिंह आदि लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की*।