बिहार में शीतलहर का प्रकोप जारी, जनजीवन हुआ अस्त व्यस्त
जिला प्रशासन द्वारा अलाव की कोई व्यवस्था अभी तक नहीं किया गया
ब्यूरो रिपोर्ट मिथिला हिन्दी न्यूज
पटना/मुजफ्फरपुर/दरभंगा/मधुबनी/समस्त्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) । आपदा प्रबंधन विभाग की कार्यशैली कागज के पन्नों पर ही चल रहा है, ऐसा जनमानस का कहना है । बिहार में शीतलहर का प्रकोप जारी रहने के कारण लोगों का दैनिक दिनचर्या के साथ ही जनजीवन अस्त व्यस्त सा हो गया है ।जिला प्रशासन द्वारा अलाव की कहीं कोई व्यवस्था अभी तक नहीं किया गया । वहीं बिहार में भीषण ठंड दिसंबर में ही सभी रिकॉर्ड ध्वस्त करने पर आमादा है। शनिवार को पटना सहित राज्य के मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबनी, समस्त्तीपुर, बेगूसराय, सीतामढ़ी, हाजीपुर, में न्यूनतम तापमान धड़ाम से गिरा। गिरावट इस कदर रही कि पटना का न्यूनतम पारा 28 दिसंबर को 58 वर्षों में सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया। वहीं आज भी मौसम में गिरावट देखी जा रही है । अगर मौसम विज्ञान केंद्र के आंकड़ों को ही आधार माने तो 1961 के बाद पटना का पारा इस तारीख को 4.8 डिग्री तक कभी नहीं पहुंचा था। यही हाल गया का रहा। वहां भी निम्नतम पारा 3.2 डिग्री पर पहुंच गया। यह भी 1961 के बाद सबसे न्यूनतम है। एक-दो दिनों तक तापमान और गिरने का अनुमान है। जनवरी पांच से इसमें थोड़ा सुधार होगा। हवा का रुख बदला है। पहले पछुआ के कारण कश्मीर व हिमाचल से ठंडी हवा आ रही थी। अब उत्तर और उत्तर-पश्चिम से आने वाली सर्द हवाओं के कारण बिहार कंपकपा उठा है। शनिवार को पटना, गया, पूर्णिया, मुजफ्फरपुर, छपरा,समस्त्तीपुर सहित विभिन्न इलाकों में शीत लहर चली। रविवार को भी यही स्थिति है। ठंड के साथ-साथ कोहरे का कहर भी शुरू हो गया है। गया, पूर्णिया, मुजफ्फरपुर,समस्त्तीपुर, दरभंगा आदि शहरों में घना कोहरा के कारण जन-जीवन अस्तव्यस्त हो गया है। सबसे सर्द रही शनिवार की सुबह 28 दिसंबर को सुबह इस सीजन ही नहीं 58 वर्षों में सबसे ठंडी रही। शुक्रवार की अपेक्षा 4.6 डिग्री की गिरावट के साथ निम्नतम तापमान 4.8 पर पहुंच गया। यह सामान्य से भी 4.3 डिग्री कम है। अगर पूरे दिसंबर की बात करें तो 2012 में न्यूनतम पारा 4.4 पर पहुंचा था, लेकिन वह 30 दिसंबर का दिन था। पटना का अधिकतम पारा भी शनिवार को थोड़ा गिरा और 15.4 पर आ गया। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 16 डिग्री था। अमूमन जनवरी के प्रथम सप्ताह में अधिक ठंड रहती है, लेकिन दिसंबर में ही तापमान अपने निचले स्तर पर पहुंच गया है। एक की रात और दो की सुबह होगी वारिस पश्चिमी विक्षोभ के कारण एक जनवरी की रात और दो जनवरी को पटना सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने इसकी चेतावनी जारी की है। पश्चिमी विक्षोभ बिहार के पश्चिम भाग से बिहार में प्रवेश करेगा। इसलिए पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीवान, सारण, गोपालगंज,समस्त्तीपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा आदि जिलों में वारिस होने की अधिक संभावना दिखाई दे रही है। इसकदर कड़ाके की पड़ रही ठंड में भी जिला प्रशासन द्वारा किसी भी चौक चौराहा पर गरीब गुरबा के लिए अलाव ( जलावन ) की व्यवस्था नहीं किए जाने की चर्चा सरेआम हो रही है । इतना तक कहा जा रहा की ऐसा लगता है कि जिला प्रशासन के अधिकारी कागज के पन्नों पर ही सामाजिक सुरक्षा करते नजर आ रहें हैं। समस्त्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित।