सत्याग्रह समाप्त करने का प्रशासन का दबाव अलोकतांत्रिक - बंदना सिंह
राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 15 जनवरी '20 ) । समस्तीपुर शहर के पुरानी पोस्ट ऑफिस के सामने संविधान बचाओ संघर्ष समिति के द्वारा सरकारी बस पड़ाव परिसर में विगत छ: दिनों से सीएए, एनआरसी एवं एनपीआर के खिलाफ 10 जनवरी से लगातार मुख्यालय में आहूत सत्याग्रह आन्दोलन बुधवार को भी जारी रहा। सत्याग्रह स्थल पर संविधान बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक फैजुर रहमान फैज, उपेंद्र राय, रजिऊल इस्लाम के तीन सदस्यीय अध्यक्षमंडली की अध्यक्षता में सभा का आयोजन किया गया। संचालन सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने किया । गंगा प्रसाद पासवान, खालिद अनवर, मो० हसनैन, शम्श तवरेज, ताहूर अनवर, मो० तौकीर, मो० गुफरान, फूलबाबू सिंह, अशोक राय, रंजीत कुमार, मो० सगीर, अधिवक्ता अंजारूलहक सहारा, खुर्शीद खैर, आशिफ होदा, नौशाद तौहीदी,विनोद चौधरी, अमरेश राय समेत अन्य कई दलों एवं संगठनों के नेताओं ने सभा को संबोधित किया।
सभा को संबोधित करते हुए बंदना सिंह ने कहा कि देश में ऐसा पहली बार हुआ है जब सरकार पहले कानून बनाई है और बाद में मिसकॉल एवं रैली कर कानून का समर्थन मांग रही है। उन्होंने कहा कि देश के छात्र - नौजवान नि: शुल्क शिक्षा और रोजगार मांग रही है । जबकी मोदी- शाह सरकार गैर जरूरी नोटबंदी, जीएसटी, सीएए, एनआरसी, एनपीआर दे रही है। बाबा साहब के संविधान को बदलकर मनुवादी संविधान लाने की साजिश कर रही है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे को सरकार महिमामंडित कर रही है। नागरिकता देने में धर्म का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अनिश्चितकालीन सत्याग्रह को प्रशासन दबाव देकर समाप्त कराना चाहती है। यह लोकतंत्र के खिलाफ है। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित ।