ज्योतिष पीठ के जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य और अयोध्या श्रीरामजन्मभूमि रामालय न्यास के सचिव स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर का पहला मॉडल मंगलवार को यहां पेश किया.उन्होंने कहा कि देश की जनता अयोध्या में
ऐसा मंदिर चाहती है जो विश्व में अद्वितीय हो. मंदिर वास्तुशास्त्र के सिद्धांतों के साथ ही 21वीं सदी के निर्माण मानकों और मन्दिर निर्मित होने पर भारी संख्या में पहुंचने वाले दर्शनार्थियों की आवश्यकता की दृष्टि से सर्वोत्तम हो.उन्होंने बताया कि रामालय न्यास अयोध्या में भव्य-दिव्य शास्त्रोक्त मन्दिर निर्माण के लिए कृत संकल्पित है.इसके लिए देश के अनेक वास्तुशास्त्रियों से अनुरोध किया गया है, जिनमें काशी के आदित्य गुप्त द्वारा पहला मॉडल रामालय न्यास को प्राप्त हुआ है, जिसे आज प्रयाग में जनता के सामने रखा गया है.स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि यह मॉडल पहला और प्रारम्भिक मॉडल है. इसी तरह के और मॉडल आने पर उन्हें आचार्यों और जनता के समक्ष रखा जायेगा. उनमें से सर्वोत्तम को निर्माण के लिये चुना जायेगा.