अरबों खर्च के बाबजूद मानव श्रृंखला फ्लाप होना नीतीश सरकार के जाने के संकेत- फूलबाबू सिंह
राजेश कुमार वर्मा
समस्तीपुर,बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 19 जनवरी '20 ) । सीएए, एनआरसी एवं एनपीआर के खिलाफ 10 जनवरी से मुख्यालय स्थित सरकारी बस स्टैंड में आहूत सत्याग्रह रविवार को 10वें दिन भी अनवरत जारी रहा।
सत्याग्रह स्थल पर संविधान बचाओ संघर्ष समिति के फूलबाबू सिंह, जमीर हसन एवं फैजुर रहमान फैज के तीन सदस्यीय अध्यक्षमंडली की अध्यक्षता में सभा का आयोजन किया गया। संचालन सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने किया। रंजीत कुमार, उपेंद्र राय,महावीर पोद्दार, मो० फरमान, सैयद शम्श तवरेज, हरिश्चन्द्र राय, सैयद मसूद जावेद, ताहूर अनवर, मो० तौकीर, मो० गुफरान, रामचंद्र पासवान, मो० सगीर, मो० अकबर, मो० अलाउद्दीन, महावीर पोद्दार, जगदीश राय, सरविंद आनंद, खुर्शीद खैर, पप्पू खां समेत अन्य कई दलों एवं संगठनों के नेताओं ने सभा को संबोधित किया।
सभा को संबोधित करते हुए माले नेता फूलबाबू सिंह ने कहा कि देश में ऐसा पहली वार हुआ है जब मोदी- शाह सरकार पहले कानून बनाई है और बाद में मिसकॉल, प्रेस कांफ्रेंस एवं रैली कर कानून का समर्थन मांग रही है। उन्होंने कहा कि देश के छात्र- नौजवान नि: शुल्क शिक्षा और रोजगार मांग रही है जबकी मोदी- शाह सरकार गैर जरूरी नोटबंदी, जीएसटी, सीएए, एनआरसी, एनपीआर दे रही है। बेटी बचाओ का नारा नारा ही बनकर रह गया। महिलाओं की अनवरत हत्या- अपराध हो रही है। बाबा साहब के संविधान को बदलकर मनुवादी संविधान लाने की साजिश कर रही है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे को सरकार महिमा मंडित कर रही है। नागरिकता देने में धर्म का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अनिश्चितकालीन सत्याग्रह को प्रशासन दबाब देकर समाप्त कराना चाहती है। यह लोकतंत्र के खिलाफ है।
संबसंस के संयोजक फैजाबाद रहमान फैज ने कहा कि विपक्षी पार्टी- दलों के सहयोग मिलने से सत्याग्रह आंदोलन को मजबूती मिली है। उन्होंने कहा कि आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि सीएए, एनआरसी एवं एनपीआर ने नीतीश- मोदी के मानवश्रृंखला को सुपर फ्लाप करा दिया। आने वाले दिनों में नागरिकता काला कानून राज्य के अलावे केंद्र सरकार को सत्ता से बेदखल करेगी। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित ।