बिहार में एनपीआर रोकने का निर्णय ले नीतीश सरकार - धीरेन्द्र
सिर्फ बयानबाजी नहीं, दलित - गरीबों को उजाड़ने की नोटिस वापस ले सरकार
राजेश कुमार वर्मा
उजियारपुर/समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 16 जनवरी 2020 ) । भाकपा (माले) जिला कमेटी की बैठक को सम्बोधित करते हुए भाकपा(माले) पोलित ब्यूरो के सदस्य धीरेन्द्र झा ने कहा कि भारत में नागरिक कानून, जनसंख्या रजिस्टर और नागरिकता रजिस्टर कानून की कोई जरूरत नहीं है, दरअसल भाजपा की मोदी अमित साह की सरकार संविधान को बदलना चाहती है और लोकतांत्रिक सेकुलर भारत पर संघी भारत की सोंच को थोपना चाहती है ।असम एनआरसी का हाल देश के सामने है । जिसमें असम के 19 लाख लोगों सहित बिहार के 55 हजार लोगों की नागरिकता संदिग्धता सूची में चली गई है और उनके ऊपर डिटेन्शन कैम्प में जाने का खतरा उपस्थित हो गया है । देशव्यापी प्रचंड आन्दोलन के मद्देनजर बिहार में एनपीआर पर तत्काल रोक लगनी चाहिए ।
उन्होंने कहा कि अगर बिहार में एनपीआर लागू हुआ तो लाखों लोग नागरिकताविहीन हो जायेंगे । गणतंत्र दिवस के पूर्व बेला पर 25 जनवरी का मानव श्रृंखला आन्दोलन इस मुहिम को तेज करेगा । एनपीआर रोको वरना गद्दी छोड़ो आन्दोलन तेज होगा । मुख्यमंत्री पर हमला बोलते हुए माले नेता ने कहा कि सिर्फ बयानबाजी से काम नहीं चलेगा, तालाब - पोखर - नदियों के किनारे बसे लोगों को उजाड़ने की नोटिस सरकार वापस ले । पार्टी के जिला सचिव प्रो० उमेश कुमार की अध्यक्षता में हुए बैठक को सम्बोधित करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता फूलबाबू सिंह ने कहा कि दलित-गरीबों को उखाड़ने के खिलाफ आन्दोलन तेज हुआ है । जिसके चलते सरकार को बयान जारी करना पड़ा है । बैठक में पार्टी के नेता सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने जिला में सीएए, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ चल रहे आन्दोलन की विस्तृत रिपोर्ट रखी तथा जिला प्रशासन के द्वारा सत्याग्रही को हटाने की धमकी की आलोचना की |बैठक को अन्य लोगों के अलावे दिनेश कुमार, उपेन्द्र राय, सुनील कुमार, फिरोजा बेगम, हरिकान्त झा, महावीर पोद्दार, बन्दना सिंह, फूलेन्द्र प्रसाद सिंह, राजकुमार चौधरी, जगदेव प्रसाद यादव, सुखलाल यादव, रामचंद्र प्रधान, रामकुमार, आसिफ होदा, अर्जुन राय, सुशील कुमार, परमानंद सिंह, सत्यनारायण महतो, रामचंद्र पासवान, मिथलेश कुमार और ब्रजकिशोर सिंह चौहान ने बात रखी । समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित ।