अमित कुमार यादव
पटोरी/समस्त्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) । शाहपुर पटोरी के जी एम आर डी कॉलेज, मोहनपुर, समस्तीपुर के लिए वर्ष 2019 उपलब्धियों और कीर्तिमानों का रहा। इंटर सायंस और डिग्री सायंस प्रथम वर्ष में पहली बार सभी सीट भर गए। डिग्री आर्ट्स प्रथम वर्ष में दर्शनशास्त्र, संस्कृत और उर्दू विषयों को छोड़कर सभी विषयों के सीट भर गए। इंटर सायंस और कला में आठ सौ से ज्यादा छात्र/छात्राओं ने नामांकन कराए जबकि डिग्री सांयस, कला और मानविकी विषयों में पचीस सौ से ज्यादा नामांकन हुए। छात्रसंघ चुनाव दो बार क्रमशः सत्र 2018-2019 और 2019-2020 संपन्न कराए गए। महाविद्यालय के डिग्री प्रथम वर्ष के छात्र अमरदीप कुमार ने जापान में आयोजित विश्व हकूकाई कराटे चैंपियनशिप में भाग लेकर महाविद्यालय और विश्वविद्यालय का नाम रौशन किया। राष्ट्रीय कराटे चैंपियनशिप 2020 के लिए अमरदीप कुमार और विकास कुमार को चयन किया गया। अन्य स्पर्धाओं में भी खिलाड़ियों ने भाग लिया और स्थान प्राप्त किया। राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में गोद लिए गए गांव चिमनी टोला में सत्र 2018-2019 और 2019-2020 का दो बार क्रमशः मार्च और दिसंबर में विशेष शिविर का आयोजन कर स्वयसेवकों को प्रशिक्षण देकर गांव में जनजागरण अभियान चलाया गया। स्वयसेवकों को कुलपति के द्वारा प्रमाण पत्र दिया गया। महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ घनश्याम राय का विश्वविद्यालय के बीस अति विशिष्ट शिक्षकों में चयन, प्रकाशन और शोध कार्यों में योगदान के आधार पर किया गया। राजभवन द्वारा आयोजित वर्कशॉप मे भाग लेने का अवसर प्राप्त हुआ। डॉ राय के निर्देशन में विश्वविद्यालय द्वारा तीन शोधार्थियों को पी0एच-डी की उपाधि प्रदान की गई। जनता दल यू के राज्यसभा सांसद और प्रधान महासचिव आर सी पी सिंह, बिहार सरकार के मंत्री क्रमशः मदन सहनी, लक्ष्मेश्वर राय, संजय झा आदि के द्वारा उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए डॉ राय को दरभंगा में प्रशस्ति पत्र, चादर, पाग, माला आदि से सम्मानित किया गया। इंडियन सोसायटी ऑफ गांधियन स्टडीज की नवंबर में भागलपुर में आयोजित वार्षिक सम्मेलन में डॉ राय को तकनीकी सत्र में अध्यक्षता और बीज वक्तव्य के लिए आमंत्रित किया गया। उन्होंने 'वैश्विक परिप्रेक्ष्य में महिलाओं की भूमिका और गांधी के विचार' विषय पर पत्र प्रस्तुत किया। महाविद्यालय में इंडियन सोसायटी ऑफ गांधियन स्टडीज का क्षेत्रीय स्तर का सेमिनार अगस्त में आयोजित की गई जिसका उद्घाटन कुलपति प्रोफेसर सुरेंद्र कुमार सिंह ने किया। सेमिनार में कई राज्यों से लगभग डेढ़ सौ से ज्यादा प्रतिनिधि और श्रौतविदों ने भाग लिए। महाविद्यालय स्तर पर दर्जनों राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय सेमिनार, गोष्ठी, प्रतियोगिता आदि आयोजित की गई। छात्रसंघ के पदाधिकारियों द्वारा अप्रैल में बाबासाहेब अम्बेडकर की जयंती धूमधाम से मनाई गई। जिसमें लेखन, भाषण, वाद विवाद, क्यूज प्रतियोगिता आयोजित कर विजयी छात्र/छात्राओं के बीच पुरस्कार वितरण किया गया। बिहार लोकसभा आयोग, पटना की अनुशंसा पर हिंदी में डॉ सूर्य प्रताप और इतिहास में डॉ संजीत लाल की स्थायी नियुक्ति की गई। विश्वविद्यालय की अनुशंसा पर पांच अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति क्रमशः गणित डॉ उदय कुमार, रसायनशास्त्र डॉ अनिल कुमार कर्ण, जूलोजी डॉ प्रत्युक्तमा, इतिहास स्वाति राय और उर्दू डॉ ऑफशाँ बानों विषयों में की गई। अभी भी बॉटनी, भौतिकी और मनोविज्ञान विषयों में एक भी शिक्षक नहीं है। विश्वविद्यालय द्वारा अनुकंपा के आधार पर दो स्थायी शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की नियुक्ति की गई। ए एन डी कॉलेज, शाहपुर पटौरी के सेवानिवृत्त लेखापाल रत्नेश कुमार की मानदेय के आधार पर विश्वविद्यालय द्वारा जीएमआरडी कॉलेज में पदस्थापन के लिए अधिसूचना जारी की गई। उन्होंने पांच नवंबर को अपना योगदान दिया। वर्षों से क्षतिग्रस्त चहारदीवारी का चारों तरफ से पक्कीकरण कर कीलेबंदी की गई। गोल्डेन जुबली भवन का जीर्णोद्धार कर एसी,कारपेट, प्रोजेक्टर आदि लगाया गया। प्रधानाचार्य कक्ष का जीर्णोद्धार कर आधुनिकीकरण किया गया। पांचों लेवोरेटरी क्रमशः जूलोजी, बॉटनी, भौतिकी,रसायनशास्त्र और मनोविज्ञान विषयों का जीर्णोद्धार कर आधुनिकीकरण किया गया। राज्य सरकार के सहयोग से लेवोरेटरी के लिए नवीनतम उपकरण और पुस्तकालय के लिए नवीनतम पुस्तकों की खरीदारी की गई। विधानपार्षद राणागंगेश्वर प्रसाद सिंह के ऐच्छिक कोष से महाविद्यालय के अंदर बाइस सौ स्कावयर फीट पीसीसी सड़क का पक्कीकरण किया गया। विधायक डॉ एज्या यादव के ऐच्छिक कोष से कलामंच का निर्माण किया गया। विधान पार्षद डॉ मदनमोहन झा और डॉ दिलीप चौधरी ने भी अपने ऐच्छिक कोष से महाविद्यालय को अनुदान दिए हैं जो प्रक्रियाधीन है। स्नातक में समाजशास्त्र, भूगोल, गृहविज्ञान एवं संगीत और स्नातकोत्तर की पढ़ाई शुरू करने की मांग को लेकर विश्वविद्यालय और उच्च शिक्षा विभाग,बिहार सरकार को आवेदन दिया गया है। अबतक विश्वविद्यालय और सरकार से कोई सूचना नहीं है। विदित हो वर्ष 2018 में बिहार विद्दालय परीक्षा समिति (उच्चतर माध्यमिक) , पटना द्वारा स्नातक डिग्री वन में नामांकन लिया गया था। सभी विषयों में दो गुणा, चार गुणा सीटों की बढ़ोतरी की गई थी । लेकिन उस हिसाब से शिक्षकों और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के सीटों में बढ़ोतरी नहीं की गई। महाविद्यालय की ओर से छात्र अनुपात में शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के सीटों की बढ़ोतरी के लिए विश्वविद्यालय से लेकर सरकार तक आवेदन दिया गया है। वन विभाग द्वारा महाविद्यालय परिसर और मैदान के चारों तरफ सैकड़ों वृक्ष लगाए गए। महाविद्यालय को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए जिला प्रशासन से लेकर स्थानीय प्रशासन को आवेदन दिया गया है। महाविद्यालय के संस्कृत विभाग के शिक्षक रामागर प्रसाद का अनुसूचित जाति जनजाति कोटा से निर्विरोध सीनेट के लिए चयन किया गया। एन एस एस के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ लक्षम्ण यादव का चयन राष्ट्रीय सेवा योजना के लिए राज्य स्तर पर किया गया जो लखनऊ में आयोजित राष्ट्रीय कार्यक्रम में बिहार का प्रतिनिधित्व करेंगे। समस्त्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित ।