रोहित कुमार सोनू
निर्भया केस के दोषियों के लिए दिल्ली की कोर्ट ने शुक्रवार को नया डेथ वॉरंट जारी कर दिया। इसके मुताबिक, चारों दोषियों को एक फरवरी सुबह 6 बजे फांसी दी जाएगी। इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने निर्भया के गुनहगार मुकेश कुमार की दया याचिका खारिज कर दी थी। दोषी मुकेश ने यह याचिका मंगलवार शाम को राष्ट्रपति को भेजी थी। इस मामले में बाकी दोषी अगर दया याचिका नहीं लगाते हैं तो 14 दिन बाद चारों दुष्कर्मियों को फांसी दी जा सकती है। निर्भया की मां ने कहा, 'जब 2012 में ये घटना हुई थी तो यही लोगों ने हाथ में तिरंगा लिया, हाथ में काली पट्टी बांधी और महिलाओं की सुरक्षा के लिए खूब रैलियां कीं, खूब नारे लगाए. आज यही लोग उस बच्ची की मौत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. कोई कह रहा है कि आपने रोक दिया, कोई कह रहा है कि हमें पुलिस दे दीजिए मैं दो दिन में दिखाऊंगा. अब मैं जरूर कहना चाहूंगी कि ये अपने फायदे के लिए उनकी फांसी को रोके हैं.'उन्होंने आगे कहा, 'हमें मोहरा बनाया. इन लोगों के बीच में मैं पिस रही हूं. मैं यही कहना चाहती हूं खासकर प्रधानमंत्री जी से कि आपने 2014 में बोला था कि बहुत हुआ नारी पर वार, अबकी बार मोदी सरकार. मैं हाथ जोड़कर कहना चाहती हूं कि एक बच्ची की मौत के साथ मजाक मत होने दीजिए और चारों मुजरिमों को 22 तारीख को फांसी पर लटकाइए और समाज को दिखाइए कि हम समाज के रखवाले हैं, हम महिलाओं को सुरक्षा दे सकते हैं।
निर्भया केस के दोषियों के लिए दिल्ली की कोर्ट ने शुक्रवार को नया डेथ वॉरंट जारी कर दिया। इसके मुताबिक, चारों दोषियों को एक फरवरी सुबह 6 बजे फांसी दी जाएगी। इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने निर्भया के गुनहगार मुकेश कुमार की दया याचिका खारिज कर दी थी। दोषी मुकेश ने यह याचिका मंगलवार शाम को राष्ट्रपति को भेजी थी। इस मामले में बाकी दोषी अगर दया याचिका नहीं लगाते हैं तो 14 दिन बाद चारों दुष्कर्मियों को फांसी दी जा सकती है। निर्भया की मां ने कहा, 'जब 2012 में ये घटना हुई थी तो यही लोगों ने हाथ में तिरंगा लिया, हाथ में काली पट्टी बांधी और महिलाओं की सुरक्षा के लिए खूब रैलियां कीं, खूब नारे लगाए. आज यही लोग उस बच्ची की मौत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. कोई कह रहा है कि आपने रोक दिया, कोई कह रहा है कि हमें पुलिस दे दीजिए मैं दो दिन में दिखाऊंगा. अब मैं जरूर कहना चाहूंगी कि ये अपने फायदे के लिए उनकी फांसी को रोके हैं.'उन्होंने आगे कहा, 'हमें मोहरा बनाया. इन लोगों के बीच में मैं पिस रही हूं. मैं यही कहना चाहती हूं खासकर प्रधानमंत्री जी से कि आपने 2014 में बोला था कि बहुत हुआ नारी पर वार, अबकी बार मोदी सरकार. मैं हाथ जोड़कर कहना चाहती हूं कि एक बच्ची की मौत के साथ मजाक मत होने दीजिए और चारों मुजरिमों को 22 तारीख को फांसी पर लटकाइए और समाज को दिखाइए कि हम समाज के रखवाले हैं, हम महिलाओं को सुरक्षा दे सकते हैं।