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केन्द्र की मोदी सरकार हर मोर्चे पर विफल है: स्थानीय विधायक

 राजेश कुमार वर्मा
 ताजपुर/समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) । एन आर सी, एनपीआर, सीएए के खिलाफ ताजपुर के शाहीन बाग में जारी "सत्याग्रह " को सम्बोधित करते हुए समस्तीपुर के माननीय विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार हर मोर्चे पर विफल है । देश में बेहद तेजी से महंगाई व बेरोजगारी बढ़ रही है । अर्थव्यवस्था का बुरा हाल है । देश में प्रति वर्ष लगभग 11,000 से अधिक किसान आत्महत्या कर रहे है । मोदी सरकार नफरत की राजनीति कर केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरूपयोग कर रही है । गरीबो का आरक्षण खतरे में है l समाजिक सद्भाव व गंगा -यमुनि तहजीब पर कुठाराघात किया जा रहा है । आज लोकतंत्र , संविधान व देश खतरे में है l सीएए और एनआरसी के सहारे देश और संविधान को तोड़ने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से आंदोलन को तेज करने का आह्वान करते हुए कहा कि हम गांधी के बताए रास्ते पर चलकर ही आंदोलन करते रहेंगे । उन्होंने कहा कि एक हाथ में तिरंगा तो दूसरे हाथ में भारत के संविधान की प्रतियां लेकर मैदान में उतर कर मोदी सरकार की तानाशाही रवैये का विरोध करते रहेंगे । मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान देश में सामाजिक समरसता का माहौल भी खराब हुआ। समाज का सामाजिक ताना-बाना भी कमजोर हुआ। 
उन्होंने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान देश की संवैधानिक संस्थाओं को भी कमजोर करने की कोशिश की गई। कुल मिलाकर कहा जाय तो भाजपा सरकार का कार्यकाल बदहाल रहा है। सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। भाजपा सरकार की विदेश नीति भी देशहित में नहीं कही जा सकती l
उन्होंने कहा कि देश में किसानों की हालत खस्ताहाल है। सरकार इस महत्वपूर्ण मसले पर संवेदनशील नहीं है। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था विकसित करने की ओर सरकार का ध्यान नहीं है। देश के शैक्षणिक संस्थानों में एक खास विचारधारा को थोपने का कोशिश की जा रही है। जनता अब समझने लगी है कि भाजपा ने उन्हें छला है। केंद्र अपनी शक्ति का दुरुपयोग कर रहा है और पक्षकारों से बातचीत करने से बच रहा है , जबकि सीएए के विरोध में पूरे देश में प्रदर्शन हो रहे हैं l उन्होंने कहा, 'सीएए और एनआरसी देश के सामने मौजूद गंभीर मुद्दों से ध्यान हटाने की चाल है ' l एनआरसी और नागरिकता संशोधन कानून भारत के संविधान के मूल आत्मा के खिलाफ है l किसी भी कीमत पर बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान पर हमला नहीं होने दिया जाएगा l राजद शांति और सौहार्द बनाने की अपील करती है l सत्य और अहिंसा के रास्ते देश को आजादी मिली l आज जरूरी है कि बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान की रक्षा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बताए गए सत्य और अहिंसा के रास्ते से की जाए l श्री शाहीन ने कहा कि भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल है। उसे आम जनता की नहीं पूंजीपतियों की चिंता है। केन्द्र की भाजपा नेतृत्व वाली प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार किसानों व मजदूरों को राहत देने के बजाय उनकी परेशानी को और बढ़ाने का काम किया है। बेरोजगारों को नौकरी के नाम पर छला गया। न तो अन्नदाता किसानों को सुध ली गई और न महिलाओं की सुरक्षा दी। दलितों और आदिवासियों पर हमले होते रहे और सरकार तमाशाबीन बनी देखती रही। इस सरकार के कार्यकाल में बेरोजगारी बढी है। किसान, व्यापारी, श्रमिक, बदहाल है। पूंजीपतियों के अलावा सभी वर्गों पर सरकार ने वार किया है। अवाम त्रस्त है। इस कॉरपोरेट सरकार से लोगों को भला नहीं होने वाला। सम्पूर्ण देश में भय , आतंक , अपराध , भ्रष्टाचार व अराजकता का आलम है तथा मोदी सरकार हर मोर्चे पर विफल है l उन्होंने कहा, उन्हें नहीं पता कि देश में लोकतंत्र अस्तित्व में है अथवा नहीं। उन्होंने आगे कहा कि यह अघोषित आपातकाल की पर्याय है। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राजद जिला प्रवक्ता राकेश कुमार ठाकुर ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कहा कि मामला सीएए का नहीं, सवाल भारतीय संविधान का है l संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन हुआ है l एक बार यदि किसी ने इसकी प्रभुता को चुनौती दे दी, तो भारतीय संविधान का मूल ही समाप्त हो जाएगा l CAA और NRC का विरोध करने की वजह बताते हुए राजद प्रवक्ता राकेश कुमार ठाकुर ने कहा कि एनआरसी का हम लोग विरोध इसलिए करते हैं कि असम जैसे छोटे राज्य में 11 साल लगे और 1600 करोड़ रुपए खर्च हुए l अब उस हालात में एनआरसी को कैसे मंजूर कर लें , जो देश के नागरिकों का हक छीने और नागरिकों से कहे कि तुम प्रमाणित करो कि तुम देश के नागरिक हो l नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी को संविधान की मूल आत्मा के खिलाफ करार देते हुए दावा किया कि जनता की आवाज दबाने के लिए सरकार द्वारा तानाशाही का तांडव हो रहा है l उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून और एनआरसी के नाम पर गरीब लोगों को प्रताड़ित किया जाएगा। श्री ठाकुर ने कहा कि संवैधानिक मूल्यों को दरकिनार कर लाया गया सीएए सरकार की हिटलरशाही रवैये का परिचायक है और उसके निशाने पर खास समुदाय के लोग है। यह कानून न सिर्फ संविधान की मंशा के खिलाफ है, बल्कि इससे पूरे मुल्क की एकता को खतरा पैदा हो गया है । समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित ।

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