आसीफ़ रजा
मुजफ्फरपुर,बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) ।
मुजफ्फरपुर प्रमंडल की कुल आबादी का दस प्रतिशत हिस्सा शहरों में निवास करता है। इस लिहाज से भी हम इसे अनदेखा नहीं कर सकते। अब सभी शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर उम्र आधारित जांच की सुविधा होगी। वहीं किसी बीमारी से पीड़ित होने पर उसका समुचित इलाज भी किया जाएगा। ये बातें वीबीडीओ डाॅ सतीश कुमार ने गुरूवार को जिला स्वास्थ्य समिति के क्षेत्रीय प्रशिक्षण सभागार में कहीं। मौका था तिरहुत प्रमंडल के शहरी सामुदायिक केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी के दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का। वीबीडीओ ने कहा कि इन केंद्रों पर आरएनएनएमसीएच पल्स ए के अलावा एनसीडी की स्क्रीनिंग प्रतिदिन किया जाएगा। वहीं प्रशिक्षण में केयर के डीटीएल सौरभ तिवारी ने सामुदायिक केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारीयों को आॅनलाइन पोर्टल ई- औषधि तथा एफपीसीएमआइएस की जानकारी दी। आॅनलाइन ही दवा की खरीद तथा वितरण के बारे में जानकारी दी। डाॅ सुशील ने कहा कि उम्र आधारित जांच होने से एईस से बच्चों का बचाव संभव हो पाएगा। एईएस के लक्षण पाये जाने पर तत्काल प्रभाव से ही उस बच्चे का ईलाज संभव हो पाएगा। निकट भविष्य में शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रसव संबंधी सुविधा देने पर भी विचार किया जा रहा है। जल्द ही इस पर काम भी चालू कर दिया जाएगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम में तिरहुत प्रमंडल के शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी, केयर डीटीएल सौरव तिवारी ,आरपीएम प्रशांत कुमार सहित सभी शहरी स्वस्थ केंद्र के प्रभारी मौजूद थे। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित ।