संवाद
सरकारी विभागों और अधिकारियों के काम-काज का नमूना देखना हो, तो आप बिहार के गोपालगंज में आएं. जहां जिलाधिकारी ने कड़ाके की ठंड के बीच स्कूलों में गर्मी की छुट्टी का आदेश जारी कर दिया है.सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे जिलाधिकारी के आदेश पत्र में ठंड के मौसम में गर्मी की छुट्टियां दे दी गई हैं। इसकी वजह से डीएम अरसद अजीज की काफी किरकिरी हो रही है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बिहार के गोपालगंज जिले में ठंड को देखते हुए 12 जनवरी तक की छुट्टी घोषित की गई थी लेकिन जब ठंड कम नहीं हुई तो जिलाधिकारी ने इस छुट्टी को 14 जनवरी तक के लिए बढ़ा दिया। इससे संबंधित आदेश पत्र में इस छुट्टी की वजह को ठंड न बताकर लू (हीटवेव) बताया गया। जिसके बाद जिलाधिकारी की जमकर किरकिरी पत्र में लिखा था, 'जिले में लगातार चल रहे लू वाले मौसम में बच्चों का स्वास्थ्य और जीवन खतरे में है। इसलिए कोड ऑफ क्रिमिनल प्रोसिजर 1973 के सेक्शन 144 के तहत सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक 13 और 14 जनवरी को शैक्षिक गतिविधियों पर रोक लगाई जाती है।' हालांकि बाद में जब जिलाधिकारी कार्यालय को अपनी गलती का अहसास हुआ तो संशोधित पत्र जारी किया गया।हुई।आखिर वो पत्र में लिखा क्या था, 'जिले में लगातार चल रहे लू वाले मौसम में बच्चों का स्वास्थ्य और जीवन खतरे में है। इसलिए कोड ऑफ क्रिमिनल प्रोसिजर 1973 के सेक्शन 144 के तहत सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक 13 और 14 जनवरी को शैक्षिक गतिविधियों पर रोक लगाई जाती है।' हालांकि बाद में जब जिलाधिकारी कार्यालय को अपनी गलती का अहसास हुआ तो संशोधित पत्र जारी किया गया।
सरकारी विभागों और अधिकारियों के काम-काज का नमूना देखना हो, तो आप बिहार के गोपालगंज में आएं. जहां जिलाधिकारी ने कड़ाके की ठंड के बीच स्कूलों में गर्मी की छुट्टी का आदेश जारी कर दिया है.सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे जिलाधिकारी के आदेश पत्र में ठंड के मौसम में गर्मी की छुट्टियां दे दी गई हैं। इसकी वजह से डीएम अरसद अजीज की काफी किरकिरी हो रही है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बिहार के गोपालगंज जिले में ठंड को देखते हुए 12 जनवरी तक की छुट्टी घोषित की गई थी लेकिन जब ठंड कम नहीं हुई तो जिलाधिकारी ने इस छुट्टी को 14 जनवरी तक के लिए बढ़ा दिया। इससे संबंधित आदेश पत्र में इस छुट्टी की वजह को ठंड न बताकर लू (हीटवेव) बताया गया। जिसके बाद जिलाधिकारी की जमकर किरकिरी पत्र में लिखा था, 'जिले में लगातार चल रहे लू वाले मौसम में बच्चों का स्वास्थ्य और जीवन खतरे में है। इसलिए कोड ऑफ क्रिमिनल प्रोसिजर 1973 के सेक्शन 144 के तहत सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक 13 और 14 जनवरी को शैक्षिक गतिविधियों पर रोक लगाई जाती है।' हालांकि बाद में जब जिलाधिकारी कार्यालय को अपनी गलती का अहसास हुआ तो संशोधित पत्र जारी किया गया।हुई।आखिर वो पत्र में लिखा क्या था, 'जिले में लगातार चल रहे लू वाले मौसम में बच्चों का स्वास्थ्य और जीवन खतरे में है। इसलिए कोड ऑफ क्रिमिनल प्रोसिजर 1973 के सेक्शन 144 के तहत सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक 13 और 14 जनवरी को शैक्षिक गतिविधियों पर रोक लगाई जाती है।' हालांकि बाद में जब जिलाधिकारी कार्यालय को अपनी गलती का अहसास हुआ तो संशोधित पत्र जारी किया गया।