संवाद
बिहार के प्रारंभिक स्कूलों के चार लाख नियोजित शिक्षकों का दर्द काफी दर्दनाक है. सरकार के मुताबिक में बीच में ही नियोजित शिक्षकों का वेतन उनके खाते में चला जायेगा.एक बार मंत्री का बयान अखबारों की सुर्खियां भी बन गया. नियोजित शिक्षक आशा और उम्मीद से लवरेज होकर अपने बैंक खातों को निहारते रहते हैं ,लेकिन हर बार की तरह इस बार भी वेतन नहीं आया ये सिलसिला जारी है सरकार ने विभिन्न हथकंडा अपना कर नियोजित शिक्षकों को मजदूरी पर भद्दा मजाक चल रहा है . बार बार सरकार के द्वारा कहा जाता है नियोजित शिक्षक अब होगें सेवाशर्त पर वो दिन कब आएगा।
अखिल क्या है नियोजित शिक्षकों का मामला बिहार में तकरीबन चार लाख नियोजित शिक्षक कार्यरत हैं. शिक्षकों के वेतन का 70 प्रतिशत पैसा केंद्र सरकार और 30 फीसदी पैसा राज्य सरकार देती है. वर्तमान में नियोजित शिक्षकों (ट्रेंड) को 20 से 25 हजार रुपए तक वेतन मिलता है. शिक्षक समान कार्य के बदले समान वेतन की मांग कर रहे थे. अगर ये मांग पूरी होती तो शिक्षकों का वेतन 35 से 44 हजार रुपए हो सकता था.
बिहार के प्रारंभिक स्कूलों के चार लाख नियोजित शिक्षकों का दर्द काफी दर्दनाक है. सरकार के मुताबिक में बीच में ही नियोजित शिक्षकों का वेतन उनके खाते में चला जायेगा.एक बार मंत्री का बयान अखबारों की सुर्खियां भी बन गया. नियोजित शिक्षक आशा और उम्मीद से लवरेज होकर अपने बैंक खातों को निहारते रहते हैं ,लेकिन हर बार की तरह इस बार भी वेतन नहीं आया ये सिलसिला जारी है सरकार ने विभिन्न हथकंडा अपना कर नियोजित शिक्षकों को मजदूरी पर भद्दा मजाक चल रहा है . बार बार सरकार के द्वारा कहा जाता है नियोजित शिक्षक अब होगें सेवाशर्त पर वो दिन कब आएगा।
अखिल क्या है नियोजित शिक्षकों का मामला बिहार में तकरीबन चार लाख नियोजित शिक्षक कार्यरत हैं. शिक्षकों के वेतन का 70 प्रतिशत पैसा केंद्र सरकार और 30 फीसदी पैसा राज्य सरकार देती है. वर्तमान में नियोजित शिक्षकों (ट्रेंड) को 20 से 25 हजार रुपए तक वेतन मिलता है. शिक्षक समान कार्य के बदले समान वेतन की मांग कर रहे थे. अगर ये मांग पूरी होती तो शिक्षकों का वेतन 35 से 44 हजार रुपए हो सकता था.