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गुप्त नवरात्रि में इसलिए होती है मां दुर्गा के अलावा इनकी गुप्त पूजा, अद्भुत रहस्य


राजेश कुमार वर्मा

मधुबनी, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) ।
वर्ष भर के चार नवरात्रों में से एक माघ मास नवरात्र! इस वार माघ मास नवरात्र मे माता का आगमन शनिवार को है यानि मां दुर्गा घोड़ा पर सवार होकर आएगी!
इस बार माघ मास नवरात्र जो गुप्त नवरात्र के नाम से भी जाना जाता है । 25 जनवरी 2020, शनिवार से प्रारम्भ हो रही है, जो 4 फरवरी 2020 मंगलवार तक चलेगी! यानि कि माता का प्रस्थान मंगल वार को मुर्गा वाहन से है! यदि आगमन और प्रस्थान के दिन और वाहन से करे तो अधिक शुभ का संकेत हमें नहीं दिख रही है! वैसे मां तो ममतामयी, करुणा मयी है । यह शक्ति स्वरुप भी है! मां को मनाना तो भक्तों के उपर निर्भर है!
माघ मास के गुप्त नवरात्र में, अन्य तीन नवरात्र के तरह ही मनाया जाता है! अक्सर लोग दो नवरात्र चैत्र मास और आश्विन मास को जानते है और दो नवरात्र को कम ही लोग जानते है! गुप्त नवरात्र माघ मास और आषाढ़ मास मे मनाया जाता है!
वेसे सभी नवरात्र का अपने अपने जगह बहुत महत्व है! माघ मास गुप्त नवरात्र में भगवती के नौ स्वरुप के साथ 64 योगिनी की पूजा विशेष महत्व है, आषाढ़ मास में माता के नौ स्वरुप के साथ 10 महा विद्या की पूजा विशेष महत्व है, आश्विन मास मां के नौ स्वरुप के साथ 108 नाम की पूजा विशेष है, चैत्र मे माता के नौ स्वरुप के साथ दश महा विद्या, 64 योगिनी, 108 नाम! वैसे सभी नवरात्र में उपरोक्त सभी की पूजा होती है!
माघ मास के नवरात्र विशेषकर तांत्रिक क्रियाएं, शक्ति साधना महा काल आदि से जुड़े लोगों के लिए विशेष महत्व रखता है!
इस नवरात्र मे कई मंत्र सिद्ध हो जाते है और यह अति शीघ्र फल देता है! निष्ठा भाव से जो कोई मां को मानता है माता मनोकामना पूरी करती है! इसी लिए आदि शक्ति जगदंबा पर सभी लोग विश्वास करते है! माघ मास के नवरात्र मे अपने राशि अनुसार या ग्रहों के राशि पर परने वाले नकारात्मक प्रभाव को कम किए जा सकते है इसमे संदेह नहीं! निष्ठा से किया गया अनुष्ठानों को हम अचूक कह सकते है!
इस बार माघ मास के नवरात्र से लेकर आने वाले चैत्र नवरात्र प्रारम्भ होने के एक दिन पहले तक के फलादेश मे हम इस प्रकार कह सकते है कि घोड़ा पर आगमन युद्ध जैसी स्थिति या युद्ध की आशंका या दंगा जैसी स्थिति पैदा होगी लोगों मे अशांति बना रह सकता है, राजाओं मे मतभेद आदि जबकि मुर्गा पर गमन जन मानस मे विकलता या व्यग्रता एवं रोग आदि अधिक होने की संभावना है!
बेहतर होगा निष्ठा भाव के साथ श्रद्धा और विस्वास के साथ माता को मनाए।
घट स्थापना शुभ मुहूर्त -
25/1/2020, शनिवार को प्रा 08:01 बजे से दिन के 1:20 तक
प्रतिपद तिथि आरंभ 24/1/2020 को रा 2:20 बजे से, प्रति पदा तिथि समाप्त 25/1/2020 को रा 3:16 तक।

नोट - ज्योतिष, हस्तलिखित जन्मकुंडली, वास्तु, पूजा पाठ, महा मृत्युंजय जाप, बगुलामुखी जाप एवं अन्य धार्मिक अनुष्ठानों के लिए संपर्क कर सकते है। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित ।

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