पप्पू कुमार पूर्वे पत्रकार
मधुबनी जिले के जयनगर प्रखंड के बेलही पूर्वी पंचायत अंतर्गत राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय खैरमाठ 'ग' में युवा समाजसेवी-सह-पूर्व भारतीय सैनिक बबलू कुमार गुप्ता द्वारा बच्चों के बीच लेखन सामग्री का वितरण और बच्चों के बीच संगीत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।इस मौके पर विद्यालय के करीब तीन सौ बच्चों के बीच शैक्षणिक जागरूकता को बढ़ावा देने हेतु सभी शिक्षकों की उपस्थिति में बच्चों को लेखन सामग्री वितरण के साथ ही पढ़ाई के प्रति जागरूक किया गया, प्रोत्साहित किया गया।इसी दौरान संगीत प्रतियोगिता आयोजित कर शीर्ष पांच बच्चों को पुरस्कृत किया गया।विद्यार्थियों को पाठ्य सामग्री वितरण के बाद युवा समाजसेवी और विगत लोकसभा चुनाव में झंझारपुर लोकसभा से निर्दलीय प्रत्याशी रहे बबलू कुमार गुप्ता ने कहा कि शिक्षा सबसे मजबूत हथियार है, जिसके बदौलत आप लोग गरीबी से निकलकर सफलता प्राप्त कर सकते हैं एवं क्षितिज पर छा सकते हैं। आपलोग मन लगाकर पढ़ेंगे तो आगे भविष्य में आईएएस, आईपीएस, सैनिक, डॉक्टर, इंजीनियर, प्रोफेसर, शिक्षक इत्यादि बनकर अपना और अपने देश-समाज का भाग्य बदल सकते हैं इसीलिए खूब मन लगाकर पढ़िये।वहीं बच्चों को सम्बोधित करते हुए राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय खैरमाठ 'ग' के प्रधानाध्यापक आनंद लाल ने कहा कि इस तरह के आयोजन से बच्चों में शिक्षा के प्रति ललक बढ़ती है, और वे मन से पढ़ाई कर स्वस्थ प्रतिस्पर्धा द्वारा जीवन में आगे बढ़ते हैं। इस तरह का आयोजन के लिए समाजसेवी बबलू कुमार गुप्ता बधाई के पात्र हैं, और समाज के अन्य समाजसेवियों को भी आगे आकर इस तरह का आयोजन करना चाहिए और बच्चों का मनोबल बढ़ाना चाहिए।
कौन है बबलू कुमार गुप्ता?
बबलू कुमार गुप्ता मधुबनी जिले के जयनगर अनुमण्डल अंतर्गत जयनगर प्रखंड के बेलही दक्षिणी पंचायत के पिपराटोल गाँव निवासी हैं, और पूर्व भारतीय सैनिक रहे हैं। उन्होंने भारतीय सेना में शामिल होकर वर्षों देश की सेवा की है, और अभी समाजसेवी के रूप में समाज में योगदान दे रहे हैं।
हाल ही में सम्पन्न हुए लोकसभा चुनाव 2019 में झंझारपुर लोकसभा चुनाव से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में भाग्य आजमा चुके हैं, और आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए खजौली विधानसभा क्षेत्र से भी उम्मीदवार होंगे।
वे निरन्तर विभिन्न गाँवों, पंचायतों, मुहल्लों में सामाजिक जागरूकता के लिए कार्य करते हैं और शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु विभिन्न विद्यालयों में निःशुल्क पाठ्य सामग्री, लेखन सामग्री इत्यादि का वितरण कर मनोबल बढ़ाते हैं। विद्यार्थियों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा जगाने के उद्देश्य से क्विज प्रतियोगिता, चित्रकला, दौड़ प्रतियोगिता इत्यादि आयोजित करते हैं और बच्चों को सम्मानित कर हौसला अफजाई करते है।