संवाद
आज बिहार के पूर्व मंत्री शाहिद अली खान की पुण्यतिथि है। आज ही के दिन साल 2018 को वह सीतामढ़ी के लोगों अचानक छोड़कर चले गए थे।एक ऐसे नेता के तौर पर जाना जाता रहा, जो हर किसी के सुख-दु:ख में समान तौर पर भागीदार रहा करते थे। वह अपने कार्यकर्ताओं के साथ हमेशा इस तरह से पेश आते थे, जैसे वह परिवार का सदस्य हों। हर किसी के बारे में जानकारी लेना और उसकी समस्याओं को अपने स्तर पर निपटाना उनकी बहुत सारी खूबियों में शामिल था। आज से दो साल पहले ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर जियारत के लिए के लिए अजमेरशरीफ गए थे तभी एक खबर सीतामढ़ी में पहुंचता है ये खबर सीतामढ़ी के लोगों में दुुुुखद और आश्चर्य करने वाली थी कोई सोच भी नहीं सकता कि वो खबर पूर्व मंत्री शाहिद अली खान का हार्ट अटैक से निधन का होगा। 1990 में पहली बार सीतामढ़ी से जनता दल के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए थे. उस समय वे बिहार से सबसे कम उम्र के विधायक थे. 2000 में राजद के टिकट पर सीतामढ़ी से चुनाव जीते. 2005 में जदयू के टिकट पर पुपरी और 2010 में सुरसंड से विधायक बने और अल्पसंख्यक कल्याण, विधि व आईटी मंत्री रहे।
आज बिहार के पूर्व मंत्री शाहिद अली खान की पुण्यतिथि है। आज ही के दिन साल 2018 को वह सीतामढ़ी के लोगों अचानक छोड़कर चले गए थे।एक ऐसे नेता के तौर पर जाना जाता रहा, जो हर किसी के सुख-दु:ख में समान तौर पर भागीदार रहा करते थे। वह अपने कार्यकर्ताओं के साथ हमेशा इस तरह से पेश आते थे, जैसे वह परिवार का सदस्य हों। हर किसी के बारे में जानकारी लेना और उसकी समस्याओं को अपने स्तर पर निपटाना उनकी बहुत सारी खूबियों में शामिल था। आज से दो साल पहले ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर जियारत के लिए के लिए अजमेरशरीफ गए थे तभी एक खबर सीतामढ़ी में पहुंचता है ये खबर सीतामढ़ी के लोगों में दुुुुखद और आश्चर्य करने वाली थी कोई सोच भी नहीं सकता कि वो खबर पूर्व मंत्री शाहिद अली खान का हार्ट अटैक से निधन का होगा। 1990 में पहली बार सीतामढ़ी से जनता दल के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए थे. उस समय वे बिहार से सबसे कम उम्र के विधायक थे. 2000 में राजद के टिकट पर सीतामढ़ी से चुनाव जीते. 2005 में जदयू के टिकट पर पुपरी और 2010 में सुरसंड से विधायक बने और अल्पसंख्यक कल्याण, विधि व आईटी मंत्री रहे।