आसीफ़ रजा
मुजफ्फरपुर,बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) । राज्य के जिले में महंगाई व बेरोजगारी आज इस देश का सबसे अहम मुद्दा है। यह मुद्दा धीरे धीरे मुल्क के लिए भी बड़ी चुनौती बनते जा रही है। लेकिन सत्ता के सिंहासन पर बैठे राजनेताओं को इसका कोई चिंता नहीं है।जबकि इन्हीं दो मुद्दों पर देश के नौजवानों ने मोदी जी को समर्थन दिया था। यदि समय रहते इन दोनों मामलों पर नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार पहल नहीं की तो वह दिन दूर नहीं कि हमारा देश भी गंभीर आर्थिक संकट से गुजरेगा उक्त बातें मंगलवार को कांटी क्षेत्र के मणिफूल कहां भेड़ीहर बस्ती व साइन दलित बस्ती में जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा। उन्होंने कहा कि आज देश का अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे कमजोर होती जा रही है। महंगाई चरम पर है, वही पढ़े लिखे नौजवान बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं। लेकिन इस समस्या के निदान की बात तो दूर रहे इस पर मोदी सरकार चर्चा करना भी मुनासिब नहीं समझ रही है। जो गंभीर चिंता का विषय है।उन्होंने इस विषय पर गंभीर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि बेरोजगारी के कारण गांव के पढ़े लिखे नौजवान मुख्यधारा से विमुक्त हो,अपराध की ओर जा रहे हैं। जो काफी दु:खद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने बेरोजगार नौजवानों से सरकारी नौकरी का आश छोड़ स्वरोजगार की ओर कदम बढ़ाने की अपील करते हुए कहा कि आप आगे आइए,हम आपके हर कदम पर सहयोग करने को खरें हैं।उन्होंने कमरतोड़ महंगाई की चर्चा करते हुए कहा कि आज देश का महंगाई दर सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है।इसको नियंत्रित करने के लिए सरकार के स्तर पर कोई सकारात्मक पहल नहीं दिख रहा है।जबकि इस महंगाई का सबसे ज्यादा असर गांव के झोपड़ी में रहने वाले गरीबों पर पड़ रहा है। उन्होंने कहा यदि महंगाई पर नियंत्रण नहीं हुआ तो इसका खामियाजा आने वाले दिनों में राजनेताओं को ही भुगतना पड़ेगा। उन्होंने लोगों से कहा की भावना में आकर कोई निर्णय लेने के बजाय सोच समझकर ले नहीं तो आने वाला दिन काफी दु:खद होगा। उन्होंने कहा कि मैं कांटी के गरीबों का मान सम्मान की लड़ाई बीते 25 वर्षों से लड़ रहा हूं, और जीवन के अंतिम क्षण तक यह लड़ाई मै लड़ता रहूंगा। सभा की अध्यक्षता बैजनाथ पासवान व अजय दास ने किया। मौके पर त्रिदेव नारायण पांडे, विनोद सिंह,ज्ञान कौशिक उर्फ होरिल , विश्वनाथ प्रताप, रविंद्र पांडे, सेतनाथ राऊत, राजू पासवान, संजय पांडे, मनोज राउत ,मुक्तिनाथ, गौरी शंकर, हीरालाल सिंह,सुनील कुमार सिंह, केदार पासवान, मनोज पासवान, विनोद पासवान, सुबोध पासवान, लालबाबू पंडित,दिनेश पंडित, नंदलाल साह, सुरेंद्र चौधरी, शिवजी सिंह, सुमन सिंह, राम सागर चौधरी, विजय पंडित , कौशल्या देवी सहित कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सभा को संबोधित करते हुए लोगों से पूर्व मंत्री अजीत कुमार के नेतृत्व में अपने हक हकूक की लड़ाई लड़ने का आह्वान किया। आसीफ़ रजा की रिपोर्टिंग को समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित ।
मुजफ्फरपुर,बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) । राज्य के जिले में महंगाई व बेरोजगारी आज इस देश का सबसे अहम मुद्दा है। यह मुद्दा धीरे धीरे मुल्क के लिए भी बड़ी चुनौती बनते जा रही है। लेकिन सत्ता के सिंहासन पर बैठे राजनेताओं को इसका कोई चिंता नहीं है।जबकि इन्हीं दो मुद्दों पर देश के नौजवानों ने मोदी जी को समर्थन दिया था। यदि समय रहते इन दोनों मामलों पर नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार पहल नहीं की तो वह दिन दूर नहीं कि हमारा देश भी गंभीर आर्थिक संकट से गुजरेगा उक्त बातें मंगलवार को कांटी क्षेत्र के मणिफूल कहां भेड़ीहर बस्ती व साइन दलित बस्ती में जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा। उन्होंने कहा कि आज देश का अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे कमजोर होती जा रही है। महंगाई चरम पर है, वही पढ़े लिखे नौजवान बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं। लेकिन इस समस्या के निदान की बात तो दूर रहे इस पर मोदी सरकार चर्चा करना भी मुनासिब नहीं समझ रही है। जो गंभीर चिंता का विषय है।उन्होंने इस विषय पर गंभीर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि बेरोजगारी के कारण गांव के पढ़े लिखे नौजवान मुख्यधारा से विमुक्त हो,अपराध की ओर जा रहे हैं। जो काफी दु:खद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने बेरोजगार नौजवानों से सरकारी नौकरी का आश छोड़ स्वरोजगार की ओर कदम बढ़ाने की अपील करते हुए कहा कि आप आगे आइए,हम आपके हर कदम पर सहयोग करने को खरें हैं।उन्होंने कमरतोड़ महंगाई की चर्चा करते हुए कहा कि आज देश का महंगाई दर सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है।इसको नियंत्रित करने के लिए सरकार के स्तर पर कोई सकारात्मक पहल नहीं दिख रहा है।जबकि इस महंगाई का सबसे ज्यादा असर गांव के झोपड़ी में रहने वाले गरीबों पर पड़ रहा है। उन्होंने कहा यदि महंगाई पर नियंत्रण नहीं हुआ तो इसका खामियाजा आने वाले दिनों में राजनेताओं को ही भुगतना पड़ेगा। उन्होंने लोगों से कहा की भावना में आकर कोई निर्णय लेने के बजाय सोच समझकर ले नहीं तो आने वाला दिन काफी दु:खद होगा। उन्होंने कहा कि मैं कांटी के गरीबों का मान सम्मान की लड़ाई बीते 25 वर्षों से लड़ रहा हूं, और जीवन के अंतिम क्षण तक यह लड़ाई मै लड़ता रहूंगा। सभा की अध्यक्षता बैजनाथ पासवान व अजय दास ने किया। मौके पर त्रिदेव नारायण पांडे, विनोद सिंह,ज्ञान कौशिक उर्फ होरिल , विश्वनाथ प्रताप, रविंद्र पांडे, सेतनाथ राऊत, राजू पासवान, संजय पांडे, मनोज राउत ,मुक्तिनाथ, गौरी शंकर, हीरालाल सिंह,सुनील कुमार सिंह, केदार पासवान, मनोज पासवान, विनोद पासवान, सुबोध पासवान, लालबाबू पंडित,दिनेश पंडित, नंदलाल साह, सुरेंद्र चौधरी, शिवजी सिंह, सुमन सिंह, राम सागर चौधरी, विजय पंडित , कौशल्या देवी सहित कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सभा को संबोधित करते हुए लोगों से पूर्व मंत्री अजीत कुमार के नेतृत्व में अपने हक हकूक की लड़ाई लड़ने का आह्वान किया। आसीफ़ रजा की रिपोर्टिंग को समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित ।