राजेश कुमार वर्मा
सहरसा/सुपौल, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) । दवा विक्रेताओं द्वारा अपनी सात सूत्री मांगों सहित शोषण और दमन के खिलाफ तीन दिवसीय सांकेतिक हड़ताल किया जाएगा । उपरोक्त वक्तव्य बिहार कांग्रेस के नेता लक्ष्मण कुमार झा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा । उन्होंने कहा कि कल से 07 सूत्री मांगों को लेकर पूरे बिहार प्रदेश के अंदर थोक एवं खुदरा दवा दुकानदारों को फार्मासिस्ट की उपलब्धता एवं तकनीकी गलती के नाम पर शोषण एवं विरोध के खिलाफ में सभी कल से 03 दिन के लिए हड़ताल पर जा रहे हैं । इनका मानना है कि बिहार केमिस्टिक एवं ड्रगिस्ट्रस एसोसिएशन जिला एसोसिएशन की मांग को मान लेनी चाहिए राज्य सरकार को ।
क्योंकि बिहार के अंदर वैसे भी स समय समुचित इलाज के लिए लोग ऐसे ही परेशान रहते हैं ।
अगर सभी थोक एवं खुदरा दुकानदार हड़ताल पर चले जाएंगे तो स समय समुचित दवाई उपलब्ध नहीं हो पाएगी । वैसे ही पूरे बिहार प्रदेश के अंदर स समय समुचित इलाज के ना होने के कारण कितनों की दम टूट जाती है और दवाई दुकानदार अगर हड़ताल पर जाएंगे तो ना जाने कितने की दम टूटेगी ।
इसलिए मैं राज सरकार से हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि इसमें जो भी जन मिन मांग है उसे मान लेनी चाहिए और हड़ताल को रुकवा देनी चाहिए ।
अन्यथा बिहार के अंदर अगर दवाई के कारण किसी के साथ अगर कोई हादसा होती है तो उसका सारे जवाब देह राज्य सरकार की होगी ।लक्ष्मण कुमार झा कांग्रेस नेता सुपौल बिहार के द्वारा पत्रकारों को दूरभाष पर दिया गया। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित ।
सहरसा/सुपौल, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) । दवा विक्रेताओं द्वारा अपनी सात सूत्री मांगों सहित शोषण और दमन के खिलाफ तीन दिवसीय सांकेतिक हड़ताल किया जाएगा । उपरोक्त वक्तव्य बिहार कांग्रेस के नेता लक्ष्मण कुमार झा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा । उन्होंने कहा कि कल से 07 सूत्री मांगों को लेकर पूरे बिहार प्रदेश के अंदर थोक एवं खुदरा दवा दुकानदारों को फार्मासिस्ट की उपलब्धता एवं तकनीकी गलती के नाम पर शोषण एवं विरोध के खिलाफ में सभी कल से 03 दिन के लिए हड़ताल पर जा रहे हैं । इनका मानना है कि बिहार केमिस्टिक एवं ड्रगिस्ट्रस एसोसिएशन जिला एसोसिएशन की मांग को मान लेनी चाहिए राज्य सरकार को ।
क्योंकि बिहार के अंदर वैसे भी स समय समुचित इलाज के लिए लोग ऐसे ही परेशान रहते हैं ।
अगर सभी थोक एवं खुदरा दुकानदार हड़ताल पर चले जाएंगे तो स समय समुचित दवाई उपलब्ध नहीं हो पाएगी । वैसे ही पूरे बिहार प्रदेश के अंदर स समय समुचित इलाज के ना होने के कारण कितनों की दम टूट जाती है और दवाई दुकानदार अगर हड़ताल पर जाएंगे तो ना जाने कितने की दम टूटेगी ।
इसलिए मैं राज सरकार से हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि इसमें जो भी जन मिन मांग है उसे मान लेनी चाहिए और हड़ताल को रुकवा देनी चाहिए ।
अन्यथा बिहार के अंदर अगर दवाई के कारण किसी के साथ अगर कोई हादसा होती है तो उसका सारे जवाब देह राज्य सरकार की होगी ।लक्ष्मण कुमार झा कांग्रेस नेता सुपौल बिहार के द्वारा पत्रकारों को दूरभाष पर दिया गया। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित ।