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जल -जीवन - हरियाली योजना के नाम पर गरीबों की झोपड़ी हटाने से पहले उनके पुनर्वास की मांग को लेकर राजद ने धरना-प्रदर्शन के साथ ही समाहरणालय का किया घेराव, घंटों यातायात व्यवस्था हुआ ठप


राजेश कुमार वर्मा

समस्त्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) ।
समस्तीपुर प्रखंड राजद द्वारा जल -जीवन -हरियाली योजना के नाम पर गरीबों की झोपड़ी हटाने से पहले उनके पुनर्वास की मांग , भोला टॉकीज गुमटी पर पुल का निर्माण , मुजफ्फरपुर से चलने वाली ट्रैन संख्या -12557 सप्तक्रांति एक्सप्रेस का विस्तार कर इसे समस्तीपुर जंक्शन से चलाने, जितवारपुर हाउसिंग बोर्ड के मैदान में अभियंत्रण महाविद्यालय का निर्माण कराने , जिला मुख्यालय में कृषि आधारित उद्योगों की स्थापना करने , बदहाल कानून व्यवस्था को सुचारु करने सहित 11 सूत्री मांगो को लेकर समाहरणालय के समक्ष सरकारी बस पड़ाव परिसर में एक दिवसीय धरना -प्रदर्शन आयोजित किया गया । कर्पूरी आश्रम स्थित जिला राजद कार्यालय समस्तीपुर से हजारो की संख्या में स्थानीय लोग व राजद कार्यकर्ताओं ने बिहार सरकार के खिलाफ गगनभेदी नारों के साथ जुलुस निकालकर समाहरणालय के समक्ष प्रदर्शन किया तदुपरांत सरकारी बस पड़ाव में धरना दिया गया । नेतृत्व व अध्यक्षता स्थानीय विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन , विषय प्रवेश व धन्यवाद् ज्ञापन जिला राजद प्रवक्ता राकेश कुमार ठाकुर तथा संचालन प्रखंड राजद अध्यक्ष उमेश प्रसाद यादव उर्फ टुनटुन यादव ने किया l जल -जीवन -हरियाली योजना हेतु अतिक्रमण के नाम पर गरीबों की झोपड़ियों को उजाड़ने का विरोध करते हुए राजद विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि बिना वैकल्पिक व्यवस्था किए सालों से झुग्गी-झोपड़ियों में रह रहे लाखों लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है। अतिक्रमण मुक्त अभियान के नाम पर गरीब व कमजोर लोगों को ठंड में घर से बेघर करने का अमानवीय कार्य किया जा रहा है l ऐसे तमाम गरीब बेसहारा लोग हैं जो विगत 50 साल से यहीं रह रहे है या अपनी रोजी रोटी चला रहे है । अब इनकी पुश्तैनी झोपड़ी भी जमींदोज कर दी गईं। यह सब तब है जब ये सभी नियमित रूप से इन जगहों पर निवास करते रहे। इन लोगों के नाम, मतदान परिचयपत्र, बिजली पानी का बिल तथा अन्य सरकारी देनदारी अदा करने की रसीदें भी हैं मगर शासन के इशारे पर प्रशासन ने किसी पर तवज्जो नहीं दिया और उजाड़ कर ही दम लिया। यह एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण व निराशाजनक पहलू है । सरकार का यह तुगलकी फरमान मानवाधिकारों का उल्लंघन तथा तानाशाही रवैये का परिचायक है । बिहार सरकार का यह कदम गरीब विरोधी व जनविरोधी है l उन्होंने बिहार में कई जगहों पर अतिक्रमण हटाने के नाम पर गरीबों के साथ दुर्व्यवहार की घटनाओ की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
उन्होंने कहा कि यह कार्यवाही हिटलरशाही व तानाशाही के तहत की गई है जो, सरासर गलत है। बिहार के गरीबों के साथ पूरा समाजवाद खड़ा है और सड़क से सदन तक संघर्ष करके ईट का जवाब पत्थर से देने का काम करेगा। बिहार सरकार के इस जनविरोधी पहल के विरोध में राजद समस्तीपुर जिला मुख्यालय पर धरना देगी। उन्होंने सरकार से झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले परिवारों का सर्वेक्षण करवा कर उन्हें 5 डिसमिल जमीन उपलब्ध कराने की मांग की। कार्यक्रम के अंत में स्थानीय विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन तथा राजद जिलाध्यक्ष विनोद कुमार राय के नेतृत्व में एक 07 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने जिला समाहर्ता को महामहिम राज्यपाल के नाम से 11 सूत्री मांगो का ज्ञापन सौंपा । वहीं इस धरना प्रदर्शन के बाद समाहरणालय का घेराव किया गया। जिसके कारण घंटों मुख्य मार्ग पर घंटों यातायात बाधित हो गया। मौके पर नगर थानाध्यक्ष सीताराम प्रसाद सदल बल मौजूद थे। समस्त्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित ।

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