संवाद
चीनी महंगी होने जा रही है. सरकार ने इसके एमएसपी (न्यूनतम बिक्री मूल्य) में 2 रुपये प्रति किलोग्राम का इजाफा किया है. अब चीनी मिलें 31 रुपये प्रति किलोग्राम से नीचे के भाव पर चीनी नहीं बेच पाएंगी. सरकार के फैसले से चीनी का एमएसपी 29 रुपये से बढ़कर 31 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया है.
इस फैसले से बाजार में चीनी की कीमतों में इजाफा हो सकता है. सरकार के इस कदम से चीनी मिलों के पास ज्यादा नगदी उपलब्ध होगी. इससे उन्हें गन्ना किसानों का बकाया चुकाने में मदद मिलेगी. मिलों पर गन्ना किसानों का करीब 20 हजार करोड़ रुपये बकाया है.
इस बार भी चीनी के उत्पादन में गिरावट के बावजूद चीनी निर्यात तेजी से हो रहा है। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन के आंकड़ों के अनुसार मिलों ने अब तक सरकार के मैक्सिमम एडमिशेबल एक्सपोर्ट क्वांटिटी कोटा (MAEQ) के तहत 2.5 मिलियन टन से अधिक चीनी के निर्यात के लिए अनुबंध किया है। सरकार का कहना है कि जिन मिलों ने अपने निर्यात का कोटा पूरा कर लिया है,वे इच्छा होने पर और निर्यात कर सकते हैं। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में चीनी की उपलब्धता कम होने से बीते तीन महीने में चीनी के दाम में 15 फीसद से अधिक की वृद्धि हुई है। चीनी का भाव बीते तीन महीने में करीब 45 डॉलर प्रति टन तक बढ़ा है। सरकार ने चीनी मिलों को प्रति टन निर्यात पर 10,448 रुपये सब्सिडी भी देने की घोषणा की है।
चीनी महंगी होने जा रही है. सरकार ने इसके एमएसपी (न्यूनतम बिक्री मूल्य) में 2 रुपये प्रति किलोग्राम का इजाफा किया है. अब चीनी मिलें 31 रुपये प्रति किलोग्राम से नीचे के भाव पर चीनी नहीं बेच पाएंगी. सरकार के फैसले से चीनी का एमएसपी 29 रुपये से बढ़कर 31 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया है.
इस फैसले से बाजार में चीनी की कीमतों में इजाफा हो सकता है. सरकार के इस कदम से चीनी मिलों के पास ज्यादा नगदी उपलब्ध होगी. इससे उन्हें गन्ना किसानों का बकाया चुकाने में मदद मिलेगी. मिलों पर गन्ना किसानों का करीब 20 हजार करोड़ रुपये बकाया है.
इस बार भी चीनी के उत्पादन में गिरावट के बावजूद चीनी निर्यात तेजी से हो रहा है। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन के आंकड़ों के अनुसार मिलों ने अब तक सरकार के मैक्सिमम एडमिशेबल एक्सपोर्ट क्वांटिटी कोटा (MAEQ) के तहत 2.5 मिलियन टन से अधिक चीनी के निर्यात के लिए अनुबंध किया है। सरकार का कहना है कि जिन मिलों ने अपने निर्यात का कोटा पूरा कर लिया है,वे इच्छा होने पर और निर्यात कर सकते हैं। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में चीनी की उपलब्धता कम होने से बीते तीन महीने में चीनी के दाम में 15 फीसद से अधिक की वृद्धि हुई है। चीनी का भाव बीते तीन महीने में करीब 45 डॉलर प्रति टन तक बढ़ा है। सरकार ने चीनी मिलों को प्रति टन निर्यात पर 10,448 रुपये सब्सिडी भी देने की घोषणा की है।