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मोरवा प्रखंड में राज्य स्तरीय मानव श्रृंखला रहा असफल


मानव श्रृंखला को लेकर गत् वर्ष की भांति उतना उत्साह लोगों में कही से भी नहीं देखा गया

राजेश कुमार वर्मा

मोरवा/समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) । बिहार सरकार द्वारा आयोजित मानव श्रृंखला रैली निकाली गई जिसमें जल-जीवन-हरियाली और नशा-मुक्ति के समर्थन मे एवं बाल विवाह और दहेज प्रथा मिटाने के लिए आज मोरवा प्रखंड के चकपहाड़ पंचायत के राजेंद्र चौक कमतौल से लेकर बसही जाने वाली सड़क रूट पर 12 KM लगभग की है जिससे मानव श्रृंखला में कहीं-कहीं लोग छीट - पुट नजर आये । जिसमें हाई स्कूल सोंगर के छात्र ज्यादा नजर आए । वहीं कुछ ग्रामीण इलाकों के लोग, कुछ टीचर, कुछ स्कूल निजी संस्था के बच्चों को देखा गया। कुछ जीविका समुह के महिला को भी देखा गया । विगत् वर्ष की भांति इस वर्ष लोगों मे उत्साह नहीं देखा गया । लोगों ने मानव श्रृंखला में शामिल होने से भी किया इनकार कुछ स्थानों पर कोई लोग को नही देखा गया । राष्ट्रीय जनता दल ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा आयोजित मानव श्रृंखला को "सुपर फ्लॉप" बताते हुए इस पर व्यय को लेकर "श्वेत पत्र" जारी किए जाने की मांग की है। समस्तीपुर के स्थानीय विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने कहा कि मानव श्रृंखला का आयोजन पूरी तरह से विफल रहा। उन्होने कहा कि शहरी इलाके में कहीं कोई श्रृंखला नहीं दिखी तो ग्रामीण इलाकों में भी आम जनों की सक्रियता तथा सहभागिता शून्य थी। नीतीश कुमार को बिहार की जनता पूरी तरह से जान चुकी है की वो अपने चेहरे को चमकाने तथा सरकार की नाकामियों को छिपाने के लिए बिहार के आम-जनता के बीच शराबबंदी तथा दहेज विरोधी प्रथा का ढोंग कर मानव श्रृंखला का आयोजन किया।मानव श्रृंखला के खर्च पर भी राजद विधायक ने सवाल खड़ा किया l उन्होने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकारी खर्चें पर नीतीश कुमार द्वारा अपना चेहरा चमकाना न्यायसंगत व तर्कसंगत नहीं है l उन्होंने कहा कि जल जीवन हरियाली को लेकर बिहार सरकार द्वारा आयोजित "मानव श्रृंखला" पर 19 करोड़ 40 लाख रुपये का खर्च होने का अनुमान है l जल जीवन हरियाली एक अच्छी पहल है, लेकिन इसके नाम पर मानव श्रृंखला की क्या जरूरत थी ...? इस पर हुए खर्च का पौधा ही लगवा दिया जाता, तो हरियाली को बल मिलता l नीतीश कुमार सरकारी खर्च पर अपना प्रचार कर रहे हैं l अपना प्रचार करना था तो पार्टी के खर्च पर करना चाहिए था , सरकारी पैसों का इस्तेमाल करने का क्या मतलब है...?? उन्होंने कहा कि मानव श्रृंखला के नाम पर कितने सरकारी रुपयों की बर्बादी हुई और कितने सरकारी खजाना खाली हुआ उसका भी हिसाब आम जनता को नीतीश कुमार को देना होगा। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित ।

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