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समस्तीपुर में तीन दिवसीय शैक्षिक कार्यशाला का हुआ समापन

 

देश के प्रसिद्ध शिक्षाविदों का रहा जमघट 

संकुल समन्वयकों ने बनायी परियोजनाएं 

राजेश कुमार राजू
                            समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) । किसी भी विषय के बारे में सामान्यतः पता होना ज्ञान नहीं है| ज्ञान पूर्वजों से लिए गए संस्कारों से प्रोत्साहित भले होता है लेकिन उसमे विश्वसनीयता व्यक्ति के निजी अनुभवों से आती है और यह अनुभव जब हमारे व्यवहार में परिवर्तन लाये तो उसे ज्ञान माना जाएगा | ये बातें रास्ट्रीय लोक प्रशासन संस्थान (NIPA) , दिल्ली की शिक्षाविद कश्यपी ने कहीं | वह बिहार शिक्षा परियोजना एवं क्वेस्ट एलायंस- आनंदशाला के सहयोग से आयोजित तीन दिवसीय संकुल समन्वयक नेतृत्व क्षमता संवर्द्धन कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रही थीं | कश्यपी ने कहा कि निजी अभ्यास भी हमारी क्षमताओं को बढ़ाते हैं | लेकिन आवश्यक है कि जब हम बच्चों के लिये काम कर रहे हों तो उनके परिवेश एवं भविष्य की आवश्यकताओं की भी चिंता करें | समापन सत्र में एस.आर.जी सदस्य शिव कुमार ने कहा कि शिक्षकों के अच्छे कार्यों का प्रदर्शन भी आवश्यक है ताकि समाज में जो नकारात्मक छवि बन रही है, वह दूर हो । आनंदशाला के एसोसियेट डायरेक्टर अमिताभ नाथ एवं शिक्षाविद दीपिका सिंह ने संकुल समन्वयकों की भूमिका को विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों एवं स्थानीय पर्यावरण को प्रभावित करने वाला कारक बताया। विक्रमपुर बांदे के बीबी फतिमा बी.एड कॉलेज में आयोजित संकुल समन्वयक नेतृत्व क्षमता सम्वर्द्धन कार्यशाला में जिले के सरकारी विद्यालयों से सम्बंधित १८० संकुल समन्वयकों ने हिस्सा लिया , इनके अतिरिक्त पहले दिन के कार्यक्रम में कुल बीस प्रखण्डों से चयनित २०० मॉडल विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों एवं २० डी आर जी सदस्यों को वरिष्ठ शिक्षाविदों ने संबोधित किया । इस कार्यशाला में संकुलाधीन विद्यालयों की समस्याओं की पहचान, उनके निदान के लिए परियोजनाओं की तैयारी एवं निश्चित समय सीमा में परिवर्तनों के सम्बन्ध में व्यापक चर्चा की गई । आनंदशाला की ओर से अज़ीम - उद - दौला , सुनील कुमार, रंजय, रुखसार, इफ्फत अंजुम, अन्जूप्रिया, हिमांशु कुमार, शीतांशु शर्मा, डी आर जी सदस्य अश्विनी कुमार पंडित, इरफ़ान , अखिलेश ठाकुर ने सुगमकर्ता की भूमिका निभायी । 
जिले में शैक्षिक वातावरण निर्माण को लेकर अपनी तरह के इस पहले कार्यक्रम में बिहार एवं दूसरे प्रदेशों के वरिष्ठ शिक्षाविदों ने शिरकत की, जिनमें ए के पांड्या , ज्ञानदेवमणि त्रिपाठी,शिव कुमार, सुमन कुमार सिंह , मनोज कुमार त्रिपाठी, शिवजी चौधरी के नाम शामिल हैं । राजेश कुमार राजू की रिपोर्टिग को समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित ।

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