संवाद
लोकसभा चुनाव में जदयू-बीजेपी ने साथ लड़कर भले ही बिहार में शानदार सफलता हासिल की. कुल 40 सीटों में एक को छोड़कर सभी सीटें जीत लीं. मगर दोनों दलों के बीच रिश्तों में गर्मजोशी बरकरार नहीं रह सकी. मोदी कैबिनेट 2.0 में हिस्सेदारी के मसले पर शुरु हुए मनमुटाव और बाद में जदयू के सरकार से बाहर रहने के फैसले के बाद से कई मौके ऐसे आए हैं, जब दोनों दलों के बीच मतभेद खुले तौर पर उजागर हुए.
अब तो बीजेपी के वरिष्ठ नेता, नीतीश कुमार की कुर्सी पर भी निगाह लगा बैठे हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री औरवरिष्ठ बीजेपी नेता संजय पासवान अपने प्रमुख सहयोगी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) को झटका देते हुए कहा है कि बिहार में सबसे मजबूत और सबसे ज्यादा सक्रिय पार्टी भारतीय जनता पार्टी है. इसके साथ ही संजय पासवान ने ये भी कहा कि अंतिम फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सुशील मोदी का ही होगा, लेकिन बिहार में बीजेपी अपने दम पर चुनाव जीतने में सक्षम है.