प्रथम गणेश और अंत महादेव का नाम लेना न भूले!
राजेश कुमार वर्मा
दरभंगा/मधुबनी, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) ! कई बार देखा जाता है कि लोग जल्दबाजी मे या जिस देवी देवता को मानते हो उन्हीं का पूजा पाठ कर के पूजा संपन्न कर लेते है! इस बात का जरूर ध्यान रहे कि शास्त्रों के अनुसार प्रथम श्री गणेश और अंत महादेव के बिना कोई भी पूजा अधूरी ही होगी! अतः आप जितना ही देर पूजा किसी भी इष्ट का करते हो निश्चित रूप से कम से कम प्रथम गणेश और अंत महादेव का नाम लेना न भूले! कई बार एसा भी देखा गया है कि जैसे लोग हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए उनकी पूजा या उनके नाम से मंगल उपवास करते है और उन्हीं तक सीमित रह अपनी पूजा आराधना संपन्न मानते है, एसे मे हम कहेंगे कि सिर्फ हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए बहुत ही सरल उपाय है कि आप हनुमान जी के समक्ष उपस्थित होते समय निश्चित रूप से दो शब्द मात्र सीता राम का नाम जरूर लें, जिससे एसा सम्भव है कि हनुमान जी जल्दी प्रसन्न होते है! सीता राम के बिना हनुमान को प्रसन्न करना बहुत ही कठिन है!
आप चाहें तो अपने राशि अनुसार भी हनुमानजी को निष्ठा और विश्वास के साथ प्रसन्न कर सकते है, जिससे आपको मात्र कुछ ही दिनों मे सकारात्मक का अनुभव हो सकता है! हनुमान जी विनम्रता के साथ बल, बुद्धि, विद्या के भी प्रतीक माने जाते है! समस्त्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित ।