अपनी मांगों को लेकर शिक्षकों ने प्रखंड मुख्यालय में किया धरना प्रदर्शन
जीरादेई/सीवान, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 27 फरवरी,20 ) । राज्यकर्मी का दर्जा समेत विभिन्न मांगों के समर्थन में हड़ताली शिक्षकों का धरना प्रदर्शन 11 में दिन दिन भी जारी रहा। शिक्षकों द्वारा प्रखंड मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया गया जीरादेई के तत्वधान में लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाने व आंदोलन को आक्रामक रंग देने के लिए शुक्रवार को तेजी देखी गई। अध्यक्षता शिक्षक नेता बबलू कुमार कुशवाहा ने की। मंच का संचालन करते हुए शिक्षक नेता शशि कुमार पांडेय ने कहा कि संविधान ने हमें धरना-प्रदर्शन का अधिकार दिया है। परंतु हमें प्राथमिकी, निलंबन व बर्खास्तगी के खोखले आदेशों से धमकाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने सरकार को ललकार ते हुए कहा- दम है कितना दमन में तेरे, देख लिया है देखेंगे। कितनी लंबी जेल तुम्हारी, देख लिया है, देखेंगे। वहीं शिक्षक नेता अरविंद कुमार पांडेय ने हड़ताली शिक्षकों में ऊर्जा फूंकने का काम किया। उन्होंने विगत डेढ़ दशकों के दरमियान सरकार, शिक्षा विभाग व पुलिस द्वारा ढाए गए जुल्म-ए- सितम की कहानी बयां की। जिसे सुन क्रांतिकारी शिक्षकों के खून में उबाल आ गया। उन्होंने आंदोलन को अंजाम तक पहुंचाने का संकल्प लिया। वही रा० मध्य विद्यालय लोहगाजर के शिक्षक अजित यादव ने कहा कि नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा मिलना कोई भीख या दया नहीं, बल्कि संविधान सम्मत अधिकार है। ये हमारा अधिकार है। जब तक सरकार हमारी मांगो को पुरी नही करती हम प्रदर्शन करते रहेंगे,,सरकार हमे कठपुतली ना समझे,, हम शिक्षक है।। मौके पर बबीता सिंह, हरिकांत सिंह, जितेंद्र सिंह, गुड़िया सिंह, दुर्गेश कुमार बर्नवाल, सुधीर कुमार, अमर नाथ यादव, सतीश कुमार, संजय कुमार यादव, युगल किशोर मिश्र, मो रब्बान हुसैन,कुमारी नीलू सिंह, अर्चना बरनवाल, कुमारी सुगन्धि, प्रशांत कुमार, रामहरि, मो रेयाज, सुष्मिता कुमारी, रीता देवी, संगीता देवी, शीला देवी, रीना उपाध्याय, संतोष प्रसाद, शंभू भूषण गुप्ता, चांदनी कुमारी, रीता कुमारी, सरोज कुमारी समेत सैकड़ों शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद थे। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित ।