सुपौल, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 18 फरवरी,20 )। बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के द्वारा पूर्व से प्रस्तावित दिनांक 17 फरवरी 2020 से चलने वाला अनिश्चितकालीन हड़ताल का पहला दिन काफी गतिरोध भरा रहा । प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, सुपौल के द्वारा ज़िला पदाधिकारी, सुपौल को झूठी और भ्रामक खबर देना कि शिक्षकों के द्वारा कार्यालय में तोड़फोड़ और तालाबंदी कर मारपीट किया जा रहा है,पर पहुचे डी एम साहब को बैरंग वापस जाना पड़ा और प्रखंड शिक्षा पदधिकारी को डांट सुनना पड़ा । शिक्षकों को डराने की नीयत से एफ आई आर कर कार्रवाई करने की बात कही गई । लेकिन शिक्षकों और शिक्षिकाओं के ऊपर इन बातों का तनिक भी असर नही देखा गया । शिक्षक नेताओ ने कहा कि यह आंदोलन शांतिपूर्वक ढंग से अनवरत चलता रहेगा,और जब तक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमारी मांग पूर्ण वेतनमान और पुराने शिक्षकों भांति सेवाशर्त, पेंशन, स्वैच्छिक स्थानांतरण लागू नही करेगा तबतक यह आंदोलन चलता रहेगा । चाहे यह सरकार कोई भी हथकंडा अपनालें ।आज से बिहार के सभी स्कूलों में तालाबंदी है ।इस अवसर मुनेश्वर सिंह,नीरज सिंह,अंजना सिंहः,कल्याणी स्वरूपा,पुष्पराज,रोशन सिंह ,रामचंद्र पासवान विभाष सिंह, राजीव रंजन, आदि सैकड़ों शिक्षक, शिक्षिकाएं धरना स्थल पर मौजूद थे । कुणाल कुमार की रिपोर्टिंग को समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित ।