सोशल नेटवर्किंग साइट पर पूर्व विधायक भाजपा नेता कपिल मिश्रा को लेकर तरह तरह की बातें करते नजर आ रहे हैं और आपको बता दें दिल्ली चुनाव में हार का सामना करने के बाद कपिल मिश्रा पुरा एक्टिव हो गए हैं. बीजेपी अध्यक्ष की रेश में वैसे तो कई नाम शामिल बताए जा रहे हैं, लेकिन माना जा रहा है कि हाईकमान किसी युवा चेहरे को सूबे की कमान सौंप सकता है। सूत्रों की मानें तो कपिल मिश्रा को दिल्ली बीजेपी का अध्यक्ष बनाया जा सकता है। बतादें कि मनोज तिवारी जल्द ही दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देंगे। आपको बता दें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अंदर पिछले कुछ दिनों से एक चर्चा जोर पकड़ रही है. चर्चा यह है कि जाने-माने भोजपुरी गायक और अभिनेता मनोज तिवारी की दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद से विदाई होने वाली है. इसकी कई वजहें बताई जा रही हैं. लेकिन उन वजहों में जाने से पहले दिल्ली की राजनीति में मनोज तिवारी के सक्रिय होने और उनके प्रदेश अध्यक्ष बनने से संबंधित पृष्ठभूमि की थोड़ी जानकारी जरूरी है.
2013 में दिल्ली विधानसभा चुनाव हो रहे थे. उस वक्त भाजपा के कई नेताओं ने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर यह दबाव बनाया कि पूर्वांचल के लोगों को ठीक-ठाक संख्या में टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा जाए. बताया जाता है कि जिन नेताओं ने केंद्रीय नेतृत्व को बार-बार यह सलाह दी उनमें एक प्रमुख नाम आरके सिन्हा का है जो फिलहाल बिहार से राज्यभा सांसद हैं. लेकिन उस विधानसभा चुनाव में टिकटों के बंटवारे में इस सलाह की कोई खास कद्र नहीं की गई.इस दौड़ में पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता को भी बताया जा रहा है। विजेन्द्र गुप्ता दूसरी बार विधायक का चुनाव जीतकर आए है। करावल नगर से पांचवी बार जीत कर आए मोहन सिंह विष्ट और बदरपुर विधानसभा से जीते रामसिंह विधूड़ी काफी वरिष्ठ हैं। उनके नाम की भी चर्चा है। पूर्व सांसद महेश गिरी और मौजूदा सांसद गौतम गंभीर भी प्रदेश अध्यक्ष की इच्छा जता चुके हैं।