पटना,बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ) । देश के राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, पटना, मुजफ्फरपुर, गुरुग्राम में बढ़ते प्रदूषण के बीच समस्तीपुर के एन्वाइरन्मेंट एंड क्लाइमेट चेंज एक्टिविस्ट राजेश कुमार सुमन लोगों को पर्यावरण बचाने की सीख दे रहा है। राजेश कुमार सुमन पीठ पर पौधा और ऑक्सीजन मॉस्क लगाकर पर्यावरण बचाने के लिए पिछले 6 महीने से बिहार और देश के अलग अलग इलाके के लोगों को जागरूक कर रहे हैं। वह लोगों से मिलते हैं,पेड़ों और उनसे मिलने वाली ऑक्सीजन के महत्व को समझाते हैं। अक्सर राजेश कुमार सुमन को समस्तीपुर, खगड़िया, बेगूसराय, दरभंगा, भागलपुर, बांका, पटना और मुजफ्फरपुर के आसपास के इलाकों में अपनी पीठ पर 20 लीटर पानी का जार और मॉस्क लगाए देखा जा सकता है। इस जार में एक पौधा भी है। सुमन इसके जरिए पौधों और उनसे मिलने वाली सांसों (ऑक्सीजन) के महत्व के बारे में जागरूक कर रहे हैं।
सुमन बताते हैं कि जार में आर्टिफिशियल पौधा है। जार से एक ट्यूब जुड़ी जो मॉस्क के बीच ऑक्सीजन सप्लाई का प्रतीक मात्र है। सुमन लोगों को बता रहे हैं कि यदि समय रहते पर्यावरण बचाने के लिए कदम नहीं उठाए तो वह दिन दूर नहीं जब हर किसी को ऑक्सीजन भी खरीदनी पड़ेगी। सुमन ने गले में तख्ती भी लटका रखी है। जिस पर लिखा है, " सांसे हो रही है कम, आओ पेड़ लगाएं हम।। वे बताते हैं कि मैं जब कभी चौक चौराहे गांव शहर में पहुंचता हूं, लोग मुझे अजीब नजरों से देखते हैं, कुछ बिना देखे ही गुजर जाते हैं। पर मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। बिहार के समस्तीपुर जिला के रोसड़ा प्रखंड के ढरहा गांव के रहने वाले हैं राजेश कुमार सुमन । वे बताते हैं, "मैंने इस बारे में 6 महीने से यह संदेश दे रहा हूं।राजेश कुमार सुमन अध्यापन का काम करते हैं। उनके पिता किसान हैं और मां गृहिणी हैं। अमरदीप नारायण प्रसाद की रिपोर्टिंग को समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित ।