हर हर महादेव की अनुगूँज से गुंजायमान हुआ विद्यापतिधाम मंदिर परिसर
वैदिक मंत्रोंचार के बीच शिव विवाह महोत्सव हुआ सम्पन्न
समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 22 फरवरी,20 ) समस्तीपुर जिले में भक्त व भगवान की नगरी विद्यापतिधाम उगना महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर भक्तों के आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। शुक्रवार की मध्य रात्रि मंदिर परिसर में अवस्थित विवाह मंडप में वैदिक रीति रिवाज व धार्मिक अनुष्ठान के बीच शिव-पार्वती विवाह संपन्न हुआ। शिव विवाह गीतों व नचारी की भक्तिमय प्रस्तुति के बीच आयोजित शिव-पार्वती विवाहोत्सव के दौरान जैसे ही भगवान भोलेशंकर ने जगत जननी माता पार्वती के गले में वरमाला डाला। वहां मौजूद हजारों की संख्या में जुटे आस्थावान भक्तों ने हर हर महादेव के जयघोष से पूरे विद्यापतिधाम को गुंजायमान कर दिया। देर रात तक शिव विवाह मंडप में भगवान शिव-माता पार्वती विवाहोत्सव सम्पन्न हुआ। हजारों लोग इसके गवाह बने। इस दौरान भगवान शिव के प्रतिरूप में राम चौरसिया व माता पार्वती के प्रतिरूप में अनिकेत गिरी ने एक दूसरे के गले में वरमाला डाल कर धार्मिक आस्था के प्रति उपस्थित लोगों का मान बढाया । बारात में रथ पर सवार भगवान भोलेनाथ के वेश में राम चौरसिया, ब्रह्मा के रूप में निराला पंडित,विष्णु के वेश में कृष्णकांत गिरि, नंदी के रूप में कुणाल गिरि, मल्लिकार्जुन के वेश में लूटन साह,नारद के वेश में धोनी गिरि, कुबेर के रूप में अविनाश कुमार गिरि,इन्द्र के वेश में गोपाल कुमार गिरि,शनिदेव के वेश में सोनू कुमार गिरि,भिखारी के वेश में सुल्तान गिरी,हवाक के रूप में दिनेश गिरी ने अपनी अनुपम छटा की प्रस्तुति से उपस्थित समूह को भाव विभोर कर दिया वहीं बारात को सुशोभित किया । इधर आंचलिक यात्रा के उपरांत बारात के मंदिर परिसर में पहुंचने पर श्रद्धालुओंं ने पारंपरिक तरीके से भव्य स्वागत किया। जुलूस में शामिल श्रद्धालु भक्त गण, भूत-पिसाच, बसहा, नंदी, ब्रह्मा, विष्णु, घोड़ा, भालू, ऊंट, बैल आदि लोगों का उत्साह वर्धन कर रहे थे। इधर व्रती युवतियों व महिलाओं के जत्था ने विशेष रूप से पूजा-अर्चना कर मंगलमय व सुखमय जीवन कामना की। उगना महादेव बाबा के श्रृंगार पूजा के दौरान मंदिर परिसर में हजारों की तादाद उमड़ी रही। बाबा मंदिर के पुजारियों ने रंग - गुलाल, मधु, मखाना, फूल, फल, दूध, दही, घी, मक्खन, अक्षत, भांग, धतूरा, बेलपत्र आदि अर्पित किए व नचारी व मैथिली लोक गीतों से भगवान भोलेनाथ को रिझाया ।
वैदिक रीति रिवाजों के बीच बारात का हुआ स्वागत,महिलाओं ने गाए परीक्षण गीत
वैवाहिक कार्य पूरे वैदिक रीति-रिवाजों से संपन्न हुआ। प्रारंभ में विवाह स्थल मंदिर प्रांगण में बारात लेकर आये दूल्हा महादेव शिव का महिलाओं ने आरती उतारी। कन्या पक्ष ने मंत्रोच्चारण के बीच लीलाधारी वर शिव के गीत गाएँ । इससे पूर्व भगवान का उपटन का श्रृंगार किया गया। इसी के साथ हल्दी,चंदन, घी, पंचमेवा, बेलपत्र, फूल, धतूरा व भगवान के प्रिय भांग का अभिषेक किया गया। कन्या पार्वती की माँ मैना देवी के रोल में स्थानीय सरिता देवी ने सहेली पल्लवी कुमारी, कोमल भारद्वाज बिना देवी के साथ दूल्हा परीक्षण किया। फिर विवाह मंडप में वैवाहिक कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। तैतीस हजार देवी देवता की उपस्थिति के बीच शिव पार्वती के विवाह का प्रस्तुतिकरण किया गया। भगवान शिव के भेष में राम चौरसिया व माता पार्वती का स्वरूप अनिकेत गिरि को धारण कराया गया था। विवाह के मंत्र विद्वान पंडित शम्भूनाथ झा ने पढ़े।बारात का स्वागत परिषद अध्यक्ष गणेश गिरि कवि,रत्न शंकर भारद्वाज, सतीश गिरि, नन्हे गिरि, वशिष्ट नारायण गिरि,नवल गिरि,देवेन्द्र गिरि, गोपाल गिरि आदि मौजूद रहे। सुरक्षा व्यवस्था की पुख्ता इंतजाम किया गया था सीसीटीवी कैमरे से हर एक गतिविधियों पर कार्यालय प्रभारी रत्न शंकर भारद्वाज पैनी नजर बनाये हुये थे। सुरक्षा के लिए तैनात सीओ अजय कुमार व थानाध्यक्ष शिवजी पासवान के नेतृत्व में अरविंद कुमार सिंह, शम्भू कुमार सिंह,सुनील राय, राकेश कुमार स्मारक चौक से स्टेशन की ओर पुलिस तैनात थी। मंदिर में एसआई अरविंद कुमार सिंह पुलिस बल के साथ सुरक्षा की कमान संभाले हुए थे। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित।