• प्रत्येक परियोजना से एक समूह को मिलेगा पुरस्कार
• प्रत्येक समूह को मिलेगी 50000 रूपये की राशि
• 6 मापदंडों के आधार पर मिलेगा पुरस्कार
सिवान,बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 05 फरवरी, 20 ) । पोषण अभियान में बेहतर योगदान करने वाले कार्यकर्ताओं को पुरस्कृत किया जाएगा। इसको लेकर आईसीडीएस के निदेशक आलोक कुमार ने सभी जिलों के जिलाधिकारी को पत्र लिखकर जानकारी दी है। पत्र में बताया गया है कि पोषण अभियान के तहत प्रत्येक परियोजना से एक समूह( आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका, आशा, एएनएम एवं महिला पर्यवेक्षिका) को जिला स्तर पर पुरस्कार प्रदान किया जाना है. जिसमें प्रोत्साहन के रूप में प्रत्येक समूह को 50 हजार रूपये की राशि दी जानी है.
6 मापदंडों के आधार पर मिलेगा पुरस्कार:
पत्र के अनुसार पुरस्कार हेतु समूह का चयन करने के लिए कुल 6 मापदंड बनाये गए हैं. अलग-अलग मापदंडो के लिए अंक भी निर्धारित किए हैं. जिसमें गृह भ्रमण( आईसीडीएस-केस डैशबोर्ड के अनुसार) का 20%, समुदाय आधारित गतिविधियों के अभिसरण के आयोजन का 15%, ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस के अभिसरण के साथ आयोजन(आईसीडीएस-केस डैशबोर्ड के अनुसार) का 15%, टीकाकरण के लिए 15%, कुपोषित बच्चों का पोषण पुनर्वास केंद्र में रेफर करने का 20% एवं कोई विशेष उपलब्धि हासिल करने का 15% अंक निर्धारित किया गया है.
5 अधिकारीयों की चयन समिति का हुआ गठन:
पुरस्कार निर्धारित करने के लिए प्रत्येक जिले में चयन समिति का भी गठन किया गया है. जिसमें जिलाधिकारी या उनके द्वारा नामित पदाधिकारी को अध्यक्ष, सिविल सर्जन को सदस्य, ग्रामीण विकास विभाग के एक अधिकारी को सदस्य, पंचायती राज के एक अधिकारी को सदस्य एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को सदस्य सचिव बनाया गया है.
प्रस्तावों की पहले होगी समीक्षा:
जिले के विभिन्न समूहों द्वारा दी गयी प्रस्तावों की पहले समीक्षा की जाएगी. इसके लिए 3 सदस्यों की एक टीम का भी गठन किया गया है. जिसमें आईसीडीएस के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को अध्यक्ष एवं संबंधित बाल विकास पदाधिकारी एवं जिला समन्वयक/ स्वस्थ भारत प्रेरक को सदस्य बनाया गया है. समीक्षा समिति प्राप्त प्रस्तावों को जाँच कर उसे चयन समिति के समक्ष रखेंगी.
प्रत्येक साल कुपोषण दर में कमी लाना लक्ष्य:
केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2018 के मार्च में देश के सभी राज्यों में पोषण अभियान की शुरुआत की गयी. जिसमें विभिन्न विभागों की सहभागिता सुनिश्चित करते हुए बौनेपन में प्रति वर्ष 2%, एनीमिया ( बाल, किशोरी एवं महिलाओं) में 3%, अल्पपोषण में 2% एवं अल्प वजन में 2% कमी करने का लक्ष्य रखा गया है. जिसके लिए आईसीडीएस-कॉमन एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर, विभिन्न विभागों का अभिसरण, व्यवहार परिवर्तन, इनोवेशन एवं क्षमता वर्धन का सहारा लेने पर ज़ोर दिया गया है.
पोषण अभियान के मुख्य उद्देश्य:
• शिशु एवं छोटे बच्चे के पोषण में सुधार
• आहार में विविधता
• स्वच्छता एवं साफ़-सफ़ाई
• बेहतर किशोर पोषण
• बेहतर मातृ स्वास्थ्य एवं पोषण
• कृमि नाश
• ओआरएस-जिंक हैं।
राजीव रंजन कुमार की रिपोर्टिंग को समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित।