समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 05 फरवरी,20 ) । समस्तीपुर सदर अस्तपताल का मामला,इमरजेंसी में मौजूद डॉक्टरों ने डायलेसिस के लिए बीएसटी बनाने से किया इनकार । पता नहीं बिहार के सरकारी अस्पतालों की हालत कब सुधरेगी ये कहना मुश्किल है, जहां सरकार की तरफ से सारी सुविधाएं मुहैया कराने की बात की जाती है, वहीं दलालों और भ्रष्ट नौकरशाहों के कारण गरीब लाचार मरीजों को दवाई और जरूरी सुविधाएं नहीं मिल पाती है और सरकारी कर्मचारी और डॉक्टरों की मनमर्जी से मरीज के परिजनों को मजबूरी में अपने मरीज को निजी क्लिनिकों में भर्ती कराना पड़ता है। वहीं इमरजेंसी ड्यूटी में तैनात डॉक्टर ने बीएसटी बनाने से मरीज के अभिभावकों को करते है इनकार । डायलिसिस के लिए आये मरीज का बीएसटी बनाने से मना करने पर भड़के परिजन ने मीडियाकर्मियों से अपनी आपबीती बताई। ऐ आलम है जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा संचालित सदर अस्पताल की। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित ।