अपराध के खबरें

श्री रामजन्मभूमि ट्रस्ट मे राजपूतों के प्रतिनिधित्व की मांग हेतु क्षत्रिय समाज की बैठक


मिथिला हिन्दी न्यूज टीम 

नई दिल्ली/भारत,पटना, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 25 फरवरी, 20 ) । श्री रामजन्मभूमि ट्रस्ट मे राजपूतों के प्रतिनिधित्व की मांग हेतु क्षत्रिय समाज की बैठक आयोजित किया गया। समाज सेवी डॉ विनय बिहारी सिंह उर्फ बिहारी भैया के नेतृत्व में उनके ऑफिस - सोहो हाउस, इंदिरापुरम, गाज़ियाबाद ( एनसीआर, दिल्ली ) में एक बैठक आयोजित की गई । जिसमें भारत सरकार द्वारा गठित श्री रामजन्मभूमि ट्रस्ट में श्री के.परासरण की अध्यक्षता मे नियुक्त 15 सदस्य की टीम में क्षत्रिय वंश के एक भी व्यक्ति को सदस्य न बनाए जाने पर चर्चा हुई। उक्त बैठक में शामिल अ० भा० क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष कुँवर अजय सिंह, राजा राजेंद्र सिंह, महारणा प्रताप भामाशाह सेना के अध्यक्ष डॉ विनय बिहारी, राजपूत एकता मिशन के अध्यक्ष एस के सिंह, शिक्षाविद डॉ विनय प्रताप सिंह, शिक्षाविद डॉ आर एन सिंह, समाजसेवी राकेश सिंह परमार सहित समाज के कई गणमान्य लोगों ने सरकार द्वारा श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट में क्षत्रिय समाज को कोई प्रतिनिधित्व न दिये जाने पर नाराजगी जताई एवं सरकार की नीति को भेदभावपूर्ण बताते हुए इसकी घोर आलोचना की गई।   
कुँवर अजय सिंह का कहना था कि प्रभू श्रीराम क्षत्रिय वंश के थे, अतः श्री रामजन्मभूमि ट्रस्ट में 50% सदस्यता क्षत्रिय समाज की होनी चाहिये। चर्चा हुई कि भारतवर्ष में कार्यरत सभी संस्थाओं को एकजुट होकर सरकार से इसके लिए मांग करनी चाहिए। सभी क्षत्रिय संस्थाएं अपने-अपने Letterhead पर माननीय राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री को इस संबंध मे पत्र लिखकर ट्रस्ट में क्षत्रिय समाज को उचित प्रतिनिधित्व प्रदान करने की मांग करे। इस संबंध में एक समन्वय समिति का गठन कर संयुक्त रूप से मोदी सरकार पर दबाब बनाने हेतु दिल्ली मे धारणा- प्रदर्शन करने तथा न्यायालय मे याचिका दायर करने का भी निर्णय लिया गया। 
डॉo विनय बिहारी, कुँवर अजय सिंह, राजा राजेंद्र सिंह मिलकर जल्द ही इस संबंध मे आगे की कारवाई की योजना के बारे क्षत्रिय समाज के सभी संगठनों को सूचित करेंगे। अनूप नारायण सिंह की रिपोर्टिंग को समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित ।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

live