समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 24 मार्च,20 ) । विश्व में लगातार महामारी कोरोना के मरीज के बढ़ते जनसंख्या को देखते हुए भारत मे पूर्ण लॉक डाउन मंगलवार को रात्रि 12 बजे से लागू की गई ताकि इस लाईलाज बीमारी के चैन को तोड़ा जा सके और इस महामारी से बचा जा सकता है अन्यथा हमारा देश 20 वर्ष पीछे चला जायेगा और पूरी दुनिया मे मानव जाति के लिए सबसे बड़ा दुश्मन है।सबसे बड़ी बात है कि इस बीमारी को फैलने का सबसे बड़ा कारण है संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से कोरोना फैलता है औरकोरोन के संक्रमित व्यक्ति की षुरूआती पहचान भी अभी तक संभव नही है और सुरूवाती दौर में एक लाख संक्रमित होने में मात्र 67 दिन लगे और मात्र 11 दिन में 2 लाख हो गए और मात्र 4 दिन में पूरे विश्व मे 3 लाख कोरोना वायरस फैल गया समय रहते अगर विकसित देश मे मेडिकल व्यवस्था रहते हुए भी इस महामारी से निपने के लिए उनके पास निपने का कोई उपाय नही है और आज हमारे देश मे उन विकसित देशों से सिख लेकर इस महामारी से बच सकते है।कोरोना के इलाज के लिए 15 हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था की जाएगी और सभी राज्यो के मुखिया से स्वास्थ्य पर प्राथमिकता देकर इस पर काम करे।निजी क्षेत्रों के लोगो को भी अहम योगदान होगी।
इस बीमारी से बचने के लिए सिर्फ और सिर्फ एक ही उपाय है घर मे ही रहना है ये सभी के लिए है कि सोशल डिस्टेंस को लागू करके ही इनके फलने की चैन को तोड़ा जा सकता है।
भारत आज इस दौर पर है कि इस महामारी से बचने के लिए सभी देश वाशियो को गंभीरता से इस लॉक डाउन को लागू करना है और पाने घरों में राह कर इस घड़ी में अपने कर्तव्य के लिए भी सोचना है जो डॉक्टर,नर्स वार्ड बॉय,एम्बुलेंस कर्मी,आर्मी के लोग पुलिस के लोग और मीडिया के लोग अपने अपने जान को खतरे मे डाल कर अस्तपतालो में और खतरे वाले जगहों पर लगातार काम कर रहे है जो उनकी स्वास्थ को इस्वर से प्राथना करे और संयम बरते। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा अमरदीप नारायण प्रसाद की रिपोर्ट सम्प्रेषित ।