>आशा घर-घर जाकर करेंगी जागरूक
>अभियान के लिए जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी को बनाया गया नोडल पदाधिकारी
सहरसा,बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 29 मार्च,20 ) । जहां कोरोना की रोकथाम एवं प्रबंधन में फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं जैसे आशा एवं आशा फैसिलिटेटर की भूमिका तय की गई है। जिसमें दोनों घर-घर जाकर लोगों को कोरोना पर जागरूक करेंगी। इसके लिए आशा एवं आशा फैसिलिटेटर का उन्मुखीकरण बीसीएम के द्वारा किया जाएगा।
>आशा का घर - घर होगा भ्रमण
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ कुमार विवेकानंद ने बताया आशा उन्मुखीकरण के उपरांत आशा एवं आशा फैसिलिटेटर पल्स पोलियो कार्यक्रम के माइक्रो प्लान के अनुरूप अपने कार्य क्षेत्र में प्रतिदिन 25 घर का भ्रमण(अधिकतम 8 दिनों में अपने कार्य क्षेत्र अंतर्गत सभी घरों का भ्रमण किया जाना है) करेंगी। साथ ही भ्रमण कर कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए समुदाय में कोविड_19 से संबंधित संदेशों का प्रसार करेंगी तथा संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान कर उनकी निगरानी संकलन प्रपत्र में भरकर बीसीएम को उपलब्ध कराएंगी। आशा एवं आशा फैसिलिटेटर अपने दैनिक कार्यों के अतिरिक्त कार्य करेगी, जिसके लिए आशा एवं आशा फैसिलिटेटर को अप्रैल से जून 2020 के लिए अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि का भी भुगतान किया जाएगा।
आशा एवं आशा फैसिलिटेटर को मिलेंगे मास्क, कैप एवं ग्लोब्स:
जिला समुदायिक उत्प्रेरक राहुल किशोर ने बताया की क्षेत्र भ्रमण के दौरान आशा एवं आशा फैसिलिटेटर को मास्क, कैप एवं गेलोपस उपलब्ध करवाया जाएगा। ताकि कोरोना संक्रमण से उनकी बचाव हो सके।
>प्रतिवेदन का प्रेषण
जिला समुदायिक उत्प्रेरक राहुल किशोर ने बताया कि आशा एवं आशा फैसिलिटेटर से प्राप्त दैनिक प्रतिवेदन को बीसीएम प्रखंडवार संकलित कर अगले दिन 12:00 बजे तक जिला स्वास्थ्य समिति को उपलब्ध कराएंगे। जिला स्वास्थ्य समिति प्रखंडों से प्राप्त प्रतिवेदन को संकलित कर संध्या 5:00 बजे तक आशा संसाधन केंद्र राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार को उपलब्ध कराएंगे। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा राजीव रंजन कुमार की रिपोर्ट सम्प्रेषित । Published by Rajesh kumar verma