अपराध के खबरें

यस बैंक पर लोगों का तंज , 2014 में 15 लाख लेलो , 2018 में पकोड़ा तलो, 2020 में ताला लेलो

संवाद

नई दिल्ली :- वित्तीय संकट से जूझ रहे यस बैंक का संकट कम होने का नाम नहीं ले रहा है. गुरुवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने बैंक के ग्राहकों के लिए 50 हजार रुपये निकालने की सीमा तय कर दी है. यानी ग्राहक अब एक महीने में सिर्फ 50 हजार रुपये ही निकाल सकेंगे. इसके बाद ग्राहकों में अफरातफरी मच गई. बैंक का नियंत्रण भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व में वित्तीय संस्थानों के एक समूह के हाथ में देने की तैयारी की गई है. RBI ने देर शाम जारी बयान में कहा कि Yes Bank के निदेशक मंडल को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया गया है और भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी (CFO) प्रशांत कुमार को यस बैंक का प्रशासक नियुक्त किया गया है. इससे करीब छह माह पहले रिजर्व बैंक ने बड़ा घोटाला सामने आने के बाद (PMC Bank) के मामले में भी इसी तरह का कदम उठाया था. यस बैंक काफी समय से डूबे कर्ज की समस्या से जूझ रहा है. 
बता दे की यस बैंक पर आए संकट पर कांग्रेस नेता के बड़े नेता जयवीर शेरगिल ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. शेरगिल ने अपने ट्ववीट में कहा है कि बैंकों की खराब के लिए बीजेपी सरकार की 'पकोड़ानॉमिक्स' को धन्यवाद जो भारत को 'आर्थिक बंदी' की राजधानी बनाने काी दिशा में काम रही है. उन्होंने पूछा, कितने बैंक कंगाल होंगे? कितने उद्योग अभी और बंद होंगे. वित्त मंत्री के इस्तीफे से पहले अभी कितनी और बेरोजगारी फैलेगी? एक दूसरे ट्वीट में कांग्रेस नेता लिखा, बीजेपी के पिछले 6 साल के नारों की हकीकत, 2014 : 15 लाख ले लो (सभी के लिए), 2018 : पकौड़ा ले लो (बेरोजगारों के लिए), 2020 : ताला ले लो (बैंक और उद्योगों के लिए). उन्होंने आगे लिखा कि बीजेपी की गलत वित्तीय नीतियों के चलते भारत के लोग अपने जेब से भुगत रहे हैं.

إرسال تعليق

0 تعليقات
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

live