•लक्ष्य के मापदंडों पर खरा उतरा अस्पताल का लेबर रूम
छपरा,बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 25 मार्च,20 ) । सदर अस्पताल का प्रसव कक्ष लक्ष्य योजना के तहत प्रमाणित हो गया है। सदर अस्पताल के प्रसव कक्ष को 82 प्रतिशत रैंक हासिल हुआ है। इस सम्बंध में भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने पत्र जारी कर दिया है। पत्र के माध्यम से बताया गया है कि फरवरी माह के 19 को लक्ष्य की ओर से अस्पताल का अवलोकन किया गया था। इस दौरान प्रसव कक्ष में दी जानेवाली सुविधा लक्ष्य के मानक के अनुरुप पाई गई। अस्पताल पहुंचे सम्बंधित अधिकारी कार्यक्रम के तहत निरीक्षण के बाद संतुष्ट हुए थे। सदर अस्पताल ने लक्ष्य असेसमेंट के सभी पांच मापदंडों को पूरा कर लिया है। लक्ष्य कार्यक्रम के तहत लेबर रूम को सर्टिफिकेशन प्राप्त हुआ है।
तीन स्तर पर की गई थी रैंकिंग:
लक्ष्य कार्यक्रम के तहत तीन स्तर पर रैंकिंग की गई थी। जिसमें पहले स्तर पर जिला, दूसरे स्तर पर रीजनल एवं तीसरे स्तर पर राष्ट्रीय रैंकिंग की गई थी। प्रोत्साहन राशि प्राप्त करने के लिए अस्पताल को 75 अंक प्राप्त करना था, जबकि अस्पताल ने कही अधिक प्रसव कक्ष में वयाप्त सुविधा के मद्देनजर 82% अंक प्राप्त किया।
लक्ष्य असेसमेंट के के तहत सदर अस्पताल के लेबर रूम को लक्ष्य सर्टिफिकेशन हो गया है।
सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया लक्ष्य मानकों के अनुरूप जिला अस्पताल में सुविधाएं मिलने के कारण ही सदर अस्पताल को लक्ष्य के लिए प्रमाणित किया गया है। सिविल सर्जन से अस्पताल के सभी स्वास्थ्यकर्मियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में सभी मूलभूत सुविधाओं का लाभ आमजनों तक पहुंचेगा।
70 प्रतिशत उपलब्धि पर सांत्वना पुरस्कार:
लक्ष्य के तय मानकों के सापेक्ष 70 प्रतिशत उपलब्धि पर सांत्वना पुरस्कार दिए जाने का भी प्रावधान है। सांत्वना पुरस्कार के रूप में सदर अस्पताल को 3 लाख, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों या अनुमंडलीय अस्पतालों को 1 लाख एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को 50000 रुपए दिए जाएंगे।
फरवरी माह में केंद्रीय टीम ने किया था निरीक्षण व मूल्यांकन कार्य:
लक्ष्य प्रमाणीकरण के लिए फरवरी माह में दिल्ली से आयी केंद्रीय टीम ने निरीक्षण व मूल्यांकन का कार्य किया था। टीम ने लेबर रूम सहित नवजात शिशु देखभाल कक्ष आदि में मौजूद स्वास्थ्य सुविधाओ व उपलब्ध संसाधनों पर अपनी संतुष्टि जतायी थी। इसके साथ ही मौजूद नर्सों व डॉक्टरों से दी जा रही सेवाओं व व्यवहारिक रूप से दी जा रही सुविधाओं, चिकित्सीय उपकरणों के रखरखाव, इस्तेमाल के तरीके व मरीजों से संबंधित जानकारियों की रजिस्टर में इंट्री आदि तमाम बिंदुओं पर सकारात्मक नजरिया देखने को मिला था।
इन मानकों पर तय होते हैं पुरस्कार:
• अस्पताल की आधारभूत संरचना
• साफ-सफाई एवं स्वच्छता
• जैविक कचरा निस्तारण
• संक्रमण रोकथाम
• अस्पताल की अन्य सहायक प्रणाली
• स्वच्छता एवं साफ सफाई की स्थिति । समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा राजीव रंजन कुमार की रिपोर्ट सम्प्रेषित ।