सीवान, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 02 मार्च,20 ) । सीवान- आरा जेल में बंद तमाम कैदियों से सिवान जिले के इंडियन लॉफिंग बुद्धा नागेश्वर दास ने कहा कि जो भी लोग बेगुनाह फसकर आएं है । उनके अंतरमन में बदले की भावना रहती है प्रतिशोध की आग में जलते रहतें है। पर उनको यह पता ही नहीं कि आप प्रारब्ध भोग रहें हैं।आप ने पिछले जन्म में जिसे परेशान किया अपने रुपये के बल पे, अपने ताकत के बल पे, अपने पद के बल पे । वही आत्मा फिर इस जन्म में आप के जीवन में आई। आप का भाई बनकर आप का मित्र बनकर आप का बेटा या बाप बनकर आप का पड़ोसी बनकर । और आप को परेशान किया और जेल तक पहुँचा दिया।पर आप सोच रहें हैं कि जेल से निकलने के बाद हम उस व्यक्ति से बदला लेंगे ।नागेश्वर दास ने कहा इस आजादी का कोई मायना नहीं जबतक आप के मन मस्तिष्क से बुरे भाव न निकले।बदले की नहीं बदलाव की भावना होनी चाहिए।खुलकर हँसने से मन के विकार दूर हो जाता है।
लॉफिंग बुद्धा ने सबको जमकर हँसाया और कहा कि हँसी आत्मा व मन की खुराक है आप जब खुलकर हसेंगे तो आत्मा को खुराक मिलेगा।सकारात्मक सोच की प्रिविर्ती विकसित होगी आप हर हाल में अच्छा सोचेंगे और अच्छा करेंगे।बन्दियों ने भी इस सुनहरे अवसर का लुफ्त उठाते हुए खूब ठहाके लगाए एवं अपने भाव व्यक किये।बन्दियों ने कहा कि हम वाकई बदले की आग में जल रहे थें पर इस कार्यक्रम से हमने यह जाना कि भगवान की बड़ी कृपा है हम सभी पर।लॉफिंग बुद्धा नागेश्वर दास बिहार के 90% जेलों में अपना प्रोग्राम दे चुकें हैं।अबतक लॉफिंग बुद्धा के सानिध्य में असंख्य लोग अपराध मुक्त व अवसाद मुक्त हो चुकें हैं।जेल आई जी मिथिलेश मिश्रा के निर्देश पर यह प्रोग्राम बिहार के सभी जेलों में चल रहा है । वहीं लॉफिंगबुद्धा के द्वारा इस मौके पर जेलर सहित पूरे जेल कर्मचारियों ने जमकर ठहाके लगाए। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित राजीव रंजन कुमार की रिपोर्ट ।