राजद एमएलसी सुबोध राय ने कहा कि 2013 में मुखिया और वार्ड सदस्यों का भत्ता तय किया गया था, जिसके बाद एक लंबा अरसा गुजर चुका है। सरकार को इस पर पुनर्विचार करते हुए वृद्धि करनी चाहिए।
मिथिला हिन्दी न्यूज टीम
पटना,बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 02 मार्च, 20 ) । बिहार में पंचायती राज प्रतिनिधियों का भत्ता की जगह वेतन और पेंशन का मामला आज बिहार विधान परिषद में जमकर उठा। विधान परिषद में बीजेपी एमएलसी रजनीश कुमार, राजन कुमार सिंह सहित अन्य सदस्यों के तरफ से ध्यानाकर्षण के जरिए यह मामला उठाया गया। मुखिया और वार्ड सदस्यों को वेतन भत्ता की बजाय बढ़ा हुआ वेतन देने की मांग की। आपको बता दें कि मुखिया और वार्ड पार्षदों को वेतन और पेंशन देने का मामला उठा तो लगभग सभी दलों के सदस्यों ने एक सुर में इस मांग का समर्थन किया। बीजेपी,जेडीयू, आरजेडी सभी दलों के विधान पार्षद इस पर एक मत दिखें। राजद एमएलसी सुबोध राय ने कहा कि 2013 में मुखिया और वार्ड सदस्यों का भत्ता तय किया गया था, जिसके बाद एक लंबा अरसा गुजर चुका है। सरकार को इस पर पुनर्विचार करते हुए वृद्धि करनी चाहिए। हालांकि बीजेपी एमएलसी रजनीश कुमार ने मुखिया और वार्ड सदस्यों की परेशानी का जिक्र करते हुए सदन में मांग रखी कि सरकार इस मामले पर गंभीरता पूर्वक विचार करें। बीजेपी एमएलसी सच्चिदानंद राय ने भी समर्थन किया। सच्चिदानंद राय ने कहा कि पंचायत प्रतिनिधियों के साथ सौतेला व्यवहार नहीं होना चाहिए वेतन भत्ते के साथ उनके लिए पेंशन की सुविधा भी सरकार शुरू करे। जिसपर सरकार ने कहा कि इसपर गंभीरतापूर्वक विचार किया जाएगा। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित ।