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कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीजों के निवास स्थल को केंद्र मानते हुए उस क्षेत्र को सैनिटाइज किया जाएगा-जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी


 ग्रसित मरीज के निवास स्थल से 03 किलोमीटर की परिधि संक्रमित जोन माना जाएगा

राजीव रंजन कुमार

सहरसा,बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 29 मार्च,20 ) । कार्यपालक निदेशक राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार के निर्देशानुसार कोवीड -19 से ग्रसित व्यक्तियों के निवास स्थल को संक्रमण केंद्र माना गया है. ऐसे क्षेत्र में निवास करने वाले व्यक्तियों में संक्रमण की रोकथाम अनिवार्य है। इसे ध्यान में रखते हुए कोवीड -19 के ग्रसित मरीज के निवास स्थल से 03 किलोमीटर की परिधि को संक्रमित जोन मानते हुए उस पूरे क्षेत्र को सैनिटाइज क्या जाना है। ये बातें जिला वेक्टर जनित रोग पदाधिकारी डॉ. रविन्द्र कुमार ने बतायी। 
पुरे क्षेत्र में छिड़काव कार्य होगा पूर्ण: 
डॉ० कुमार ने बताया कोरोना से ग्रसित मरीज या पहचान किए गए व्यक्तियों के निवास स्थल को चिन्हित किया जाएगा। इस स्थल को संक्रमण केंद्र मानते हुए उसके 03 किलोमीटर की परिधि को संक्रमित जोन निर्धारित किया गया है तथा इस परिधि में आने वाले सभी घर, सभी मार्ग, गली, संस्थान, प्रतिष्ठान आदि को ब्लीचिंग पाउडर का घोल बनाकर सैनिटाइज किया जाएगा।
धोल बनाने की विधि:
यदि आप चाहें तो आप भी ब्लीचिंग पाउडर घोल तैयार कर सकते हैं। इसके लिए किसी प्लास्टिक के बाल्टी में 01 लीटर पानी लें तथा प्लास्टिक के मार्ग में 3 छोटा चम्मच ब्लीचिंग पाउडर डालें। बाल्टी में थोड़ा सा पानी को लेकर गाढा पेस्ट बनाएं तथा पेस्ट को बाल्टी में रखे । 01 लीटर पानी के घोल में इस प्रकार यह 1 लीटर का घोल तैयार हो जाएगा। अधिक मात्रा में घोल तैयार करने पर इसी अनुपात में ब्लीचिंग पाउडर एवं पानी का अनुपात लिया जा सकता है।
सैनिटाईजेशन के लिए टीम का गठन: 
 जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ रविंद्र कुमार ने बताया कि एक दल में 06 दैनिक मजदूर /कर्मी होंगे, एक पंजी संधारण करेंगे दूसरा आवश्यक सामग्री साथ लेकर चलेंगे तथा छिड़काव कर्मियों को सहयोग करेंगे. तीसरा घोल तैयार करेंगे तथा शेष कर्मी धिड़काव पम्प से छिड़काव करेंगे. सभी कर्मी /धिड़काव कर्मी दस्ताने एवं प्लास्टिक का एप्रन पहनेंगे ।
इस प्रकार संक्रमित जोन की परिधि सीमा समाप्त होने से पहले 7 किलोमीटर की परिधि को बफर जोन के रूप में चिन्हित किया जाएगा।बफर जोन में पड़ने वाले सभी स्वास्थ्य संस्थाओं एवं चिकित्सीय प्रतिष्ठानों को सूचीबद्ध भी किया जाएगा। इन सूचीबद्ध संस्थानों द्वारा बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ वाले रोगियों की सूचना जिला स्वास्थ्य समिति सहरसा कार्यालय को दी जाएगी। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा राजीव रंजन कुमार की रिपोर्ट सम्प्रेषित । Published by Rajesh kumar verma

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