रायबरेली,उत्तर प्रदेश ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 18 मार्च,20 ) । रायबरेली उत्तरप्रदेश में अपराधिक घटनाओं में लगातार वृद्धि होता जा रहा है । उत्तरप्रदेश पुलिस के इकबाल का असर समाप्त सा हो गया है ऐसा जनपदों में दिखने लगा है। कानून व्यवस्था संभालने वाले पुलिस का खौफ अपराधियों में खत्म होता जा रहा है। अपराधी इतने बेख़ौफ़ और मनबढ़ हो चुके है कि घर मे अकेली रह रही महिलाओं की अस्मत तक सुरक्षित नही रह गई। ताजा मामला सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली का है। जनपद के हमीदपुर बड़ा गांव में नन्दी के पुरवा का है जंहा गांव के दबंगो ने एक युवती को घर में अकेला पाकर दुष्कर्म करने की कोशिश की । पीड़िता की चीखपुकार सुनकर जब पिता अपनी बेटी को बचाने पहुंचा तो दबंगो ने पिता और पुत्री पर लाठी डंडे से जमकर बार करते हुए बुरी तरीक़े से मारपीट किया । उपरोक्त वाक्या की सारी वारदात गांव के के ही किसी व्यक्ति द्वारा मोबाइल के कैमरे में कैद कर लिया गया। जिसके बाद यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया। फिलहाल घायल पीड़िता और उसके पिता का इलाज अस्पताल में चल रहा है । वही घायल पीड़िता ने बताया कि घर पर उसके माता पिता के ना होने के कारण गांव के कुछ दबंग घर मे घुस आए और जबर्दस्ती दुष्कर्म करने की कोशिश करने लगे । जब मैंने इसका विरोध किया और चीखपुकार मचाई तो मेरे पिता मुझे बचाने के लिए आये पिता को आता देख दबंगो ने मुझे और मेरे पिता को पीटना शुरू कर दिया और जमकर लाठी डंडों से पीटा ।
वही पीड़ित के परिजनों ने बताया कि गांव के ही दबंगो द्वारा लड़की की अस्मत के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश की गई है। जब पीड़िता ने इसका विरोध किया तो उसको और उसके पिता को जमकर पीटा गया । जब हम लोग घायल पीड़ित और उसके पिता को थाने ले गए तो वहां पर तैनात दरोगा ने हम लोगो के साथ बदतमीजी करते हुए एफआईआर लिखने से मना कर दिया और कहा कि सब कुछ पहले से ही बनाकर ले आये हो वहां पर ऐसा कुछ हुआ ही नही हम लोग देर रात तक न्याय के लिए भटकते रहे लेकिन न्याय नही मिला ।
वही इस पूरे मामले पर रायबरेली पुलिस ने बताया कि इस मामले में दोनों पक्षों का मामला दर्ज कर लिया गया है। आज पीड़ित पक्ष ने जो प्रार्थना पत्र दिया है उसको भी जाँच में शामिल किया जाएगा । उपरोक्त वक्त्वय नित्यानंद, अपर पुलिस अधीक्षक ने दिया । अब आप ही बताए जहां एक ओर प्रदेश की योगी सरकार अपराधियों पर अंकुश लगाने और रेप जैसी जघनन्य अपराध पर पीड़ितों का मुकदमा लिख कर न्याय दिलाने की बात कह रही हो । वही रायबरेली के पुलिस अधिकारी ऐसे मामलों में अपना पल्ला झाड़ते नजर आ रहे है तो आप ही बताए कि पीड़ित न्याय मांगने पुलिस की जगह गुंडों और माफियाओं के दरबार मे न्याय की उम्मीद लगाऐ या जिला पुलिस प्रशासन की गुहार लगाने की कोशिश करें। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा डॉक्टर केशव आचार्य गोस्वामी रायबरेली उत्तर प्रदेश की रिपोर्ट सम्प्रेषित ।