(मिथिला हिन्दी न्यूज सीतामढ़ी) उम्मीदों से भरा एक चेहरा, हर नज़र को ख्वाब देती दो आंखें, हर होंठ पर मुसकान लाते प्यारे से दो बोल, टूटे हौसले को आत्मविश्वास से सजाते दो हाथ, जो जिसका भी दामन थामते हैं, खुशियों से भर देते हैं। ये चेहरा राजबाग युवा संस्थान और समाजसेवी अतुल कुमार का हैं ।बड़े बड़े मंच पर स्वास्थ्य विभाग में नौकरी करने वाले अतुल कुमार सम्मान होता है, पर उन्हें सुकून मिलता है बुजुर्गों के मुसकुराते चेहरे देख कर। वे खिलखिला उठते हैं जब देखते हैं मासूमों के होठों पर मुस्कान को । अतुल कुमार पुपरी शहर के प्रसिद्ध डाक्टर रहे डॉ सुरेंद्र कुमार ठाकुर के पुत्र है। अतुल कुमार तंगहाली से खेलों को अलविदा करने वाले सैकड़ों खिलाड़ियों के लिए अतुल कुमार मसीहा बनकर सामने आए हैं। उनका मकसद युवाओं में खेलों के प्रति अलख जगाना है।खेल चाहे क्रिकेट का हो या फिर कबड्डी, वॉलीबाल, बैडमिंटन या फिर कुश्ती का जरा सी प्रतिभा देखते ही वे खिलाड़ी को परिजनों से बातचीत कर अपने साथ ले जाते हैं और उनका मदद करते हैं।अतुल कुमार कई समाजसेवी संगठन से जुड़े हुए हैं जैसे राजबाग युवा संस्थान , कबड्डी संघ, एथलेटिक्स संघ, रेडक्रॉस पर इन सबके बीच जनकार बताते हैं कि जिस समय वह पढ़ते थे, उस समय कई साथी व अन्य बच्चे इसलिए प्रतियोगिता मेें भाग नहीं ले पाते थे कि उनके पास खेल के नाम पर वसूली जाने वाली रकम नहीं थी। तो स्वयं अपने आप में एक फेसला लिया गरिब बच्चों को चुनकर उन्हें स्वयं के खर्च पर प्रतियोगिता में शामिल कराते थे , तभी से यह अभियान शुरू किया और अब तक सैकड़ों युवाओं का भविष्य खेलों मेें बना चुके हैं। उनके द्वारा भेजे गए खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर पर दमदार प्रदर्शन कर उनकी मेहनत को सफल बनाने का काम कर रहे हैं।