संवाद
(मिथिला हिन्दी न्यूज) सीतामढ़ी जिले के जनकपुर रोड नगर पंचायत बडी़ आबादी को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की लापरवाही के चलते शहर की प्लास्टिक कारखाने धड़ल्ले से चल रहे हैं। इस वजह शोर व प्रदूषण के कारण यहां के निवासी परेशान हैं। प्रदुषित करने वाली जनकपुर रोड नगर पंचायत के स्वामी विवेकानंद मोहल्ले में प्लास्टिक कबाड़ा उद्योग भ्रष्टाचार और अव्यवस्था की शिकायत पर पीएमओ के संज्ञान लेने के बावजूद प्रशासन से कोई कार्रवाई नहीं हुई। वहां के लोगों में काफी गुस्सा है प्रधानमंत्री कार्यालय से पत्र के बावजूद कोई कार्रवाई या जांच न होने पर सवाल उठाए हैं।
समाजिक कार्यकर्ता व स्वामी विवेकानंद मोहल्ले के निवासी ऋषिकेश कुमार चौधरी ने लम्बे समय से इस गोरखधंधा पर संघर्ष कर रहे हैं कई बार उन्हें स्थानीय प्रशासन को पुरे मामले को लेकर अवगत कर चुके हैं पर कोई असर नहीं पड़ा तब जाकर ऋषिकेश चौधरी ने प्रधानमंत्री कार्यालय के पोर्टल पर एक आवेदन किया था।इसमें बताया गया था कि प्लास्टिक फेक्ट्री के संचालक भारी पंहुच और भ्रष्टाचार के चलते करवाई नहीं हो रही है। ऋषिकेश ने जनकपुर रोड नगर पंचायत के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ का आरोप लगाते हुए यह दावा किया था कि प्लास्टिक उद्योग में प्रदुषित अंतरिम व्यय पर कोई नियंत्रण नहीं है। नगर पंचायत के द्वारा दो से तीन बार नोटिस जरूर भेजा गया लेकिन बाद में इस शिकायत को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। लेकिन अब देखना दिलचस्प होगा प्रधानमंत्री कार्यालय के संज्ञान में लेने के बाद स्थानीय प्रशासन के द्वारा कब कार्रवाई की जाएगी।