मीडिया मुगल और जी एंटरटेनमेंट इंटरप्राइजेज (ZEE) के पूर्व चेयरमैन सुभाष चंद्रा को ED के द्वारा समन जारी किया गया है जानकारी के अनुसार रिजर्व बैंक द्वारा यस बैंक का नियंत्रण अपने हाथों में लेने के बाद वित्त मंत्री ने यस बैंक के जिन कर्जदारों का नाम लिया था, उनमें सुभाष चंद्रा का एस्सेल समूह और रिलायंस समूह का नाम साफ -साफ लिया था.दस कारोबारी घरानों की 44 कंपनियों का यस बैंक के एनपीए में करीब 34 हजार करोड़ रुपये का योगदान है. अनिल अंबानी की नौ कंपनियों के ऊपर यस बैंक का 12,800 करोड़ रुपये का बकाया है. एस्सेल समूह पर भी यस बैंक के 8,400 करोड़ रुपये बाकी हैं. यस बैंक के जिन अन्य कंपनियों पर बकाये हैं, उनमें डीएचएफएल समूह, दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन, जेट एयरवेज, कॉक्स एंड किंग्स और भारत इंफ्रा के नाम भी शामिल हैं.