समस्तीपुर,बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज 10 अप्रैल,20 ) । दूंनिया में फैले जानलेवा कोरोना वायरस को देखते भारत सरकार के ज़रिये लगाये गये । लॉकडॉऊन का पालन करते हुए मुसलमानों ने मस्जिदों में ईबादत न कर अपने घरों, दरवाज़ो पर ही क़ुरान कि तिलावत और नेमाज़े पढ़ी और अल्लाह से इस जानलेवा वायरस से छुटकारा कि दूआ कि । मालूम हो के ये अरबी महिना शाबान जिस तरह से लोग पहाड़ो के घाटियों को कठिनाईयों व मेहनत व मुश्कक्त कर रासता को पार करते हैं इसलिए ये महिना मूस्लमानों को इस बात के लिए आमदह(प्रेरणा) करता है के आने वाला महिना रमज़ान मोबारक महिना पूड़ी कठिनाइयों व मेहनत के साथ खुशी-खूशी मुकम्मल करे क्योंकि शाबान की 15तारिख को मुसलमान नफील रोज़ा रखकर रात में ईबादत कर और दिन में रोज़ा रखकर अल्लाह का शुक्र अदा करते हैं क्योंकि ईबादत कि रात छूटकारा कि रात है इस रात में अल्लाह अपने तमाम चीज़ो का हिसाब किताब करता है किसकी मौत कब हेगी कौन कब पैदा होगा किसको कितना रिज़्क मिलेगा इसलिए मूसलमान शब ऐ बरात कि रात में अपने तमाम चीज़ो के साथ देश में अमन शांति व करोना जैसी वायरस के छूटकारा के लिए अल्लाह से दूआ की । समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा एम०एस०जमील की रिपोर्ट सम्प्रेषित । Published by Rajesh kumar verma