अपराध के खबरें

कामरेड जगदीश चन्द्र बसु उर्फ मुन्ना यादव पूर्व मुखिया सह मुखिया प्रतिनिधि मेघौना अलौली के परिजन से मिलकर 50,00,000 (पचास लाख) रूपये अनुदान और "कोरोना योद्धा घोषित हो" की किया मांग पूर्व लोकसभा प्रत्याशी कृष्णा कुमारी यादव


मुन्ना मुखिया एक समाजसेवी तथा राजनीतिक कार्यकर्ता थे

अंगद कुमार 

खगड़िया, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 12 अप्रैल,20 ) ।
कामरेड जगदीश चन्द्र बसु उर्फ मुन्ना यादव पूर्व मुखिया सह मुखिया प्रतिनिधि मेघौना अलौली के परिजन से मिलकर 50,00,000 (पचास लाख) रूपये अनुदान और "कोरोना योद्धा घोषित हो" की किया मांग पूर्व लोकसभा प्रत्याशी कृष्णा कुमारी यादव । वहीं श्रद्धा सुमन अर्पित करने कामरेड जगदीश चन्द्र बसु उर्फ मुन्ना यादव पूर्व मुखिया सह मुखिया प्रतिनिधि मेघौना अलौली के परिजन से मिले । वहीं 50,00,000 (पचास लाख) अनुदान और "कोरोना योद्धा घोषित हो" की मांग सरकार से की । उन्होंने कहां की मैं कृष्णा कुमारी यादव पूर्व लोकसभा प्रत्याशी, खगड़िया सह पूर्व अध्यक्ष जिला परिषद खगड़िया जिला प्रशासन से मांग करती हूँ, कि काॅमरेड जगदीश चंद्र बसु उर्फ मुन्ना यादव को कल दिनांक 11 अप्रैल 2020 को अलौली प्रखंड अन्तर्गत मेघौना पंचायत के कोकराहा गाँव के नजदीक पुल के पास अपराधियों ने सुनियोजित ढंग से घात लगाकर हत्या कर दिया। जब काॅ0 जगदीश चंद्र बसु भारत सरकार और राज्य सरकार के घोषणा के अनुसार कोरोना महामारी के विरुद्ध जंग के लिए जागरूकता अभियान चलाकर घर वापस आ रहे थे, तब अपराधियों ने अंजाम दिया। मुन्ना मुखिया एक समाजसेवी तथा राजनीतिक कार्यकर्ता थे। वे लगातार कमजोर, गरीब, दबे- कुचले की आवाज बनकर आमजन के समस्या को लेकर संघर्षरत रहते थे। उनका जीवन गरीबों के प्रति समर्पित था । ऐसे व्यक्ति को सरकारी कार्य में सहयोग करने के दौरान हत्या कर देना काफी दु:खद है। जिला प्रशासन कोरोना के विरुद्ध संघर्ष के दौरान हत्या के कारण उन्हें "कोरोना योद्धा" घोषित करें । साथ ही इस महामारी के विरुद्ध जंग के दौरान हत्या होने के कारण उनके परिजन को 50,00,000 (पचास लाख) अनुदान के लिए भारत सरकार एवं राज्य सरकार को जिला प्रशासन अनुशंसा करें । इसके अलावा अपराधी के विरुद्ध इनाम घोषित कर बिहार सरकार के स्पेशल टास्क फोर्स के द्वारा गिरफ्तारी करवाया जाय । अपराधी के विरुद्ध स्पेशल कोर्ट गठित कर 03 माह के भीतर त्वरित न्याय के लिए मामले का निष्पादन करवाया जाय।अन्यथा कोरोना लाॅक डाउन के बाद जिला प्रशासन के विरुद्ध बड़े पैमाने पर "आक्रोश मार्च" निकाला जाएगा जिसके लिए जिला प्रशासन और सरकार जिम्मेदार होगी । समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा अंगद कुमार की रिपोर्ट सम्प्रेषित । Published by Rajesh kumar verma

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