लड़ाई होगी आर पार की, शिक्षक बिना वार्ता नहीं तोड़ेंगे हड़ताल : पंकज कुमार वर्मा
शिक्षक BRSSSS पटना के आह्वान पर ०5 मई को पटना राजभवन घेरने का कार्य करेंगे जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी
समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 20 अप्रैल,20 ) । बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के तत्वाधान में नियोंजित शिक्षकों का अनिश्चित कालीन हड़ताल 63वें दिन भी जारी रहा। प्रखण्ड के शिक्षकों ने शिक्षा मंत्री के द्वारा हड़ताल से लौटने की अपील को सिरे से।खारिज कर दिया। जानकारी देते हुए प्रखण्ड शिक्षक समन्वय समिति के अध्यक्ष पंकज कुमार वर्मा ने बताया, कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से बिहार की जनता के साथ साथ शिक्षक समुदाय भी आहत है। सरकार के सुधि लेने से पहले ही सम्पूर्ण बिहार के शिक्षक इस बीमारी के बारे में लोगो को जागरूक करने के साथ साथ अपने पैसे से मास्क, साबुन एवं सेनेटाइजर का वितरण किया है । अभी भी हमारे नियोंजित शिक्षक अपनी जान की परवाह किये बिना आइसोलेशन सेंटर पर लोगो को सेवा दे रहे हैं। कोरोना के विरुध्द हरेक कदम पर शिक्षक समाज सरकार के साथ है। विदित हो की कोरोना बीमारी से बिहार में अब तक सिर्फ दो लोगो की मौत हुई है परंतु नियोजन नामक महामारी का वायरस जो बिहार सरकार ने छोड़ा है उससे 53 शिक्षक काल के गाल में समां गए। आश्चर्य तो तब होता है जब बिहार के मृत शिक्षकों की जानकारी होने पर सरकार मुआवजा देने को तत्पर होती है पर जीवित शिक्षकों से वार्ता कर हड़ताल तोड़वाने का को प्रयास नहीं करती। पर प्रखण्ड के शिक्षक इससे घबराने वाले नहीं। बिहार सरकार कान खोल कर सुन ले अगर जल्द ही शिक्षको से सम्मानजनक वार्ता करते हुए हमारी मांगो को पूरा नहीं किया गया तो प्रखंड के शत् प्रतिशत शिक्षक BRSSSS पटना के आह्वान पर ०5 मई को पटना राजभवन घेरने का कार्य करेंगे जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। सरकार को हर हाल में शिक्षकों पर दमनात्मक कार्रवाई को ख़त्म करते हुए सम्मानजनक तरीके से हड़ताल खत्म करवाने की पहल करनी चाहिए, अन्यथा शिक्षक भी अपनी जायज मागो के लिए मर मिटने को तैयार है। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सुमन सौरभ कुमार सिन्हा की रिपोर्ट सम्प्रेषित । Published by Rajesh kumar verma