(मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय) नोएडा में कोरोना वायरस को लेकर 21 मार्च से लाॅकडाउन है जब उत्तर प्रदेश के नोएडा में लॉकडाउन है . हर किसी ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में इस फैसले को सराहा. मगर लाॅकडाउन के बाद क्या सब कुछ बदल गया? बात इस वक्त देशी शराब और गांजा की हो रही है...
आवेध रुप से चल रहा है नोएडा सेक्टर 22 के A ब्लॉक में मडर डेयरी के बेक टू साईड पानी प्लांट के पास गांजा देशी शराब के गोरखधंधा से सेक्टर 22 के लोग परेशान हैं। कई बार शिकायत भी स्थानीय प्रशासन से किया पर अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। वहां के लोगों में काफी गुस्सा है पर क्या करें उनको भी समझ नहीं आ रहा है। अब ये तो प्रशासन को भी सोचना होगा कि क्या उनका फर्ज नहीं बनता कि वो नोएडा के सेक्टर 22 के A ब्लॉक में सच में बहार लेकर आएं. यही नहीं नोएडा के सेक्टर A के आस पास कई जगह ऐसा है अगर गांजा और देशी शराब की गोरखधंधा चलता है। देशी शराब और गांजा एक ऐसा नशा है जब इंसान इसे पीने के बाद तुरंत ही होश खो बैठता है मगर गांजा और अफिम कुछ सालों के बाद इंसान की दिमागी स्थिति को कमज़ोर करने लगते हैं.