9:00 बजे आई तेज आंधी तूफान के साथ- साथ वर्षा एवं ओलावृष्टि ने पल भर में कर दिया सत्यानाश
परमपिता परमेश्वर यह कैसी अनहोनी है, एक तरफ कोरोना की मार से मर रहे हैं और खाने को लाले पड़ रहे हैं .ऊपर से यह ओलावृष्टि और आंधी तूफान ना जाने आपको क्या भाया है।
समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 23 अप्रैल,20 ) । समस्तीपुर जिले में आज वृहस्पतिवार रात्री के तकरीबन 9:00 बजे आई तेज आंधी तूफान के साथ- साथ वर्षा एवं ओलावृष्टि ने पल भर में कर दिया सत्यानाश । इस आंधी एवं तूफान से कई किसानों की कमर टूट गई। देखा जाए तो अभी तो फसल कटने की समय थी ।खेत में फसल पके हुए थे किसान को तो फसल कटने का ही इंतजार रहता है, सारी मेहनत का फल उन्हें इसी सीजन में मिलता है। और इसी वक्त इस तरह की प्राकृतिक आपदा आ जाए तो मानो किसान की रीड की हड्डी टूट गई। इस आंधी और तूफान में कई कच्चे मकान ध्वस्त हो गये ओलावृष्टि होने से कई घर के करकट फूट गए ।किसानों की पकी फसल टूट-टूट कर खेतों में बिखर गई। कई किसान तो इस ओलावृष्टि और आंधी तूफान को देखकर अपने आंखों के आंसू को रोक नहीं पाए ।सभी के जवान से एक ही शब्द आ रहा था हे परमपिता परमेश्वर यह कैसी अनहोनी है, एक तरफ कोरोना की मार से मर रहे हैं और खाने को लाले पड़ रहे हैं .ऊपर से यह ओलावृष्टि और आंधी तूफान ना जाने आपको क्या भाया है।अब तो बस एक ही उम्मीद है कि प्रभु आपकी जो इच्छा हो वह करें। ज्ञात हो कि कुछ दिन पहले ही इसी तरह की आई प्राकृतिक आपदा ने कितने किसानों के गेहूं के कटे फसल को बर्बाद कर दिया था। अभी किसान मित्र एक पीड़ा से उभरे नहीं थे,की दूसरी पीड़ा ने किसानों को झकझोर कर के रख दिया। वहीं दूसरी ओर फुस के दर्जनों घरों के छप्पर तक उड़ गई हैं । जिससे वे लोग सड़क पर आ गए हैं। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा अमित कुमार की रिपोर्ट सम्प्रेषित । Published by Rajesh Kumar verma